कर्नाटक चुनावों के परिणाम घोषित होने में 24 घंटे से कम का समय रह गया है लेकिन राजनीतिक गलियारों में राज्य में सरकार बनाने को लेकर अभी से जोड़तोड़ शुरू हो गई हैं।
एक्जिट पोल की मानें तो कर्नाटक में त्रिशंकु सरकार बनेगी और जेडीएस किंगमेकर की भूमिका में नजर आएगी। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल जेडीएस का समर्थन हासिल करने में जुट गए हैं।
एग्जिट पोल्स में बहुमत न मिलता देख कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने रविवार को कहा कि हाईकमान अगर किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री पद पर बिठाना चाहता है तो वह मुख्यमंत्री का पद छोड़ने को तैयार हैं।
सिद्धारमैया के इस बयान को जेडीएस को अपने पाले में लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
माना जा रहा है कि इस बयान के बहाने कांग्रेस इशारों ही इशारों में जेडीएस प्रमुख एच डी देवगौड़ा को साधने का प्रयास कर रही है।
हालांकि पूर्व पीएम देवगौड़ा ने कहा कि अभी कुछ कहना ठीक नहीं, हम नतीजों का इंतजार करेंगे।
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वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी से इंकार करते हुए कहा कि कुछ ही घंटो में परिणाम सामने होगा। उसके बाद जो हाई कमान चाहेगा वही होगा।
खडगे ने कहा,' जो भी कांग्रेस हाईकमान कहेगा, वह मुझे मंजूर होगा। अगर बहुमत नहीं आएगा तो उस वक्त सोचेंगे। '
इससे पहले जेडीएस ने साफ किया कि नतीजों का इंतजार किया जाएगा।
कांग्रेस के दलित सीएम के दांव पर जेडीएस नेता दानिश अली ने स्पष्ट कहा है कि सिद्धारमैया के बयान से साफ है कि कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलेगा और राज्य में कुमारस्वामी की सरकार बनेगी।
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Source : News Nation Bureau