कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना से इनकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कांग्रेस पर 'विदेशी एजेंसियों' को किराए पर रखकर झूठ फैलाने व समाज को धर्म व जाति को लेकर बांटने का आरोप लगाया।
नमो मोबाइल एप से कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवारों, राज्य के पदाधिकारियों व नेताओं से 40 मिनट के बातचीत के सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में समस्याएं कांग्रेस के पाप की वजह से हैं। जब तक कांग्रेस की संस्कृति समाप्त नहीं होती, समस्याएं हल नहीं होंगी।
उन्होंने कहा, 'अगर आप बीते कुछ चुनावों का विश्लेषण करें तो आप को एहसास होगा कैसे कुछ पार्टियां समाज को बांटने में शामिल रही हैं। वे (कांग्रेस) धर्म, जाति व मजहब की राजनीति करती रही है और उनका विकास की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।'
उन्होंने कहा कि बीजेपी 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' व 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र में विश्वास करती है।
लिंगायत को एक धार्मिक अल्पसंख्यक घोषित करने को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि यह कांग्रेस की कार्य संस्कृति है जिसमें वे चुनावों से पहले एक समुदाय के भावनाओं का फायदा उठाते है और बाद में भूल जाते हैं।
उन्होंने कहा, 'वे कभी अपने काम का विवरण नहीं देंगे। वे चुनावों से पहले एक निश्चित समुदाय को लॉलीपॉप देते हैं और फिर भूल जाते हैं। जब अगला चुनाव अता है तो वे अपने दूसरे वोटरों को लुभाते हैं।'
पीएम मोदी ने दिल्ली से अपने वीडियो संबोधन में कहा, 'क्या कोई इनकार कर सकता है भारत की मुख्यधारा की राजनीति कांग्रेस के पापों से जुड़ी हुई है। कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता। यह समस्या दूसरे राजनीतिक दलों में भी कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति के कारण मौजूद है। मुख्यधारा की राजनीति से कांग्रेस संस्कृति के समाप्त हुए बगैर राजनीतिक शुचिता स्थापित नहीं की जा सकती।'
कांग्रेस द्वारा आक्रामक तरीके से झूठ फैलाने को लेकर हमला करते हुए मोदी ने पार्टी कार्यताओं से विपक्ष के झूठ में नहीं आने को कहा।
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प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस ने चुनावों में लगातार हार के बाद आक्रामक तरीके से झूठ फैलाने का सहारा लिया है। इससे पहले कांग्रेस अपने द्वारा उठाए गए पांच से दस मुद्दों पर झूठ फैलाती थी। अब 50 मुद्दों में 40-45 झूठ पर आधारित होते हैं।'
मोदी ने कार्यकर्ताओं से उनके झूठ का खुलासा करने व कांग्रेस के विदेशी एजेंसियों को किराए पर रखकर लोगों को बहकाने के तरीके से लड़ने को कहा।
पीएम ने आरोप लगाया कि त्रिशंकु विधानसभा के बारे में 'माहौल को बनाया जाना' सिर्फ कांग्रेस के शुभचिंतकों का प्रचार है, जो आगामी विधानसभा चुनावों में बदलाव चाहने वाले लोगों को भ्रमित करने के लिए है।
उन्होंने कहा, 'कर्नाटक के लोगों ने राज्य में बदलाव का निर्णय लिया है, लेकिन कुछ लोगों द्वारा एक झूठ फैलाया जा रहा है ..कि इस बार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा होगी।'
मोदी ने कहा, 'इस तरह का झूठ 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी फैलाया गया था। नतीजों के आने तक उन्होंने ऐसा किया। यह कुछ नहीं बल्कि बदलाव चाहने वाले लोगों को भरमाने की साजिश है।'
उन्होंने कहा, 'केंद्र में 30 सालों के बाद हमें पूर्ण बहुमत की सरकार मिली और हमें फैसले लेने में नीतिगत अक्षमता से मुक्ति मिली और वैश्विक स्तर पर देश को सम्मान बढ़ा।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिद्धारमैया की अगुवाई वाली कर्नाटक सरकार अगर संकीर्ण राजनीति में शामिल नहीं रही होती और पूरा सहयोग दिया होता तो राज्य का इससे बेहतर विकास हो सकता था।
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Source : IANS