कर्नाटक विधानसभा में जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) और कांग्रेस गठबंधन के बीच सब-कुछ सही नहीं लग रहा। विभागों के बंटवारे के बाद से लगातार हो रहे विरोध के कारण गठबंधन शुरुआती दौर में ही कमजोर नजर आ रहा है।
इसको देखते हुए शनिवार को बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि कांग्रेस और जेडीएस के कई असंतुष्ट नेताओं ने उनकी पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई हैं।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘जेडीएस और कांग्रेस से असंतुष्ट लोगों को शामिल करना हमारी जिम्मेदारी है।’
येदियुरप्पा ने कहा कि विधानसभा में 104 सदस्यों के साथ पार्टी के पास पूरी ताकत है और हमें मजबूत विपक्ष के तौर पर काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘यह सरकार कितने दिनों तक चलेगी, यह अलग मामला है, लेकिन सत्ता की आकांक्षा पाले बगैर हम सभी 104 सदस्यों को अपने अच्छे कार्यों से सफल विपक्ष के तौर पर काम करना चाहिए।’
गौरतलब है कि कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले कांग्रेस के विधायकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन किया था।
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कैबिनेट में शामिल करने को लेकर विधायक सतीश जारकीहोली के साथ उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इसके अलावा कई अन्य विधायकों ने भी नाराजगी जाहिर की थी।
येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से कहा कि वे 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी करें।
वहीं जेडीएस सूत्रों के अनुसार जीटी देवगौड़ा और सीएस पुत्ताराजू सौंपे गए विभाग को लेकर नाखुश हैं। जीटी देवगौड़ा को उच्च शिक्षा और पुत्ताराजू को लघु सिंचाई विभाग दिया गया है।
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें केवल मीडिया में ही इस तरह के असंतोष की खबरें दिखी हैं और निजी तौर पर किसी ने भी असंतोष नहीं जाहिर किया है।
मीडिया खबरों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज शनिवार को कर्नाटक कांग्रेस के बागी नेताओं से मुलाकात की।
बता दें कि गठबंधन में सहयोगी के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विभागों का बंटवारा किया था जिसमें जेडीएस के पास 11 और कांग्रेस को 22 विभाग की जिम्मेदारी मिली।
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Source : News Nation Bureau