कर्नाटक के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) प्रवीण सूद सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) के नए डायरेक्टर होंगे. प्रवीण सूद1986 बैच के आईपीएस अफसर हैं. इनका नाम इस रेस में पहले से ही चल रहा था. रविवार को इनके नाम पर मुहर लगा दी गई. यह फैसला शनिवार शाम को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने की चयन समिति ने लिया. वर्तमान निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई को खत्म हो रहा है. 25 मई को इस पद पर नियुक्त होंगे. इनका कार्यकाल दो साल के लिए होगा.
बता दें कि 1986 बैच के तेज तरार पुलिस अधिकारी प्रवीण सूद ने पुलिस बल में विभिन्न प्रमुख पदों पर काम किया है. सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर उनकी नियुक्ति उनके समर्पण, व्यावसायिकता और कानून और व्यवस्था बनाए रखने के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए लिया गया है. 1964 में हिमाचल प्रदेश में जन्मे सूद आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट हैं.
पुलिस विभाग में कई पदों पर काम कर चुके हैं सूद
मौजूदा समय में सूद कर्नाटक के डीजीपी हैं. 1989 में वो मैसूर के एसिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस (सहायक पुलिस अधीक्षक) बने थे. इसके बाद बेल्लारी और रायचूर के एसपी भी रहे. फिर बेंगलुरु पुलिस उपायुक्त (DCP) के पद पर नियुक्त हुए थे. सीबीआई भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों और अन्य गंभीर अपराधों से जुड़े मामलों को निपटाने के लिए जाना जाता है. प्रवीण सूद 2013-14 में कर्नाटक पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं. इसके अलावा राज्य के गृह विभाग में प्रधान सचिव, राज्य रिजर्व पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में भी सेवाएं दी हैं.
राष्ट्रपति से भी सम्मानित हैं सूद
प्रवीण सूद को 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए उन्हें मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक से भी नवाजा गया है. 2002 में पुलिस पदक और 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति ने उन्हें पुलिस पदक से सम्मानित किया था.
शिवकुमार और सूद के बीच 36 का आंकड़ा
बता दें कि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के साथ डीजीपी प्रवीण सूद की अदावत किसी से छिपी नहीं है. डी के शिवकुमार ने प्रवीण सूद पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाया था. शिवकुमार ने कहा था कि जब कांग्रेस कर्नाटक में आएगी तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा.