कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो एप की मदद से कर्नाटक के एससी/एसटी कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर दलितों के लिए कोई काम नहीं करने का आरोप लगाया।
मोदी के इस आरोप पर कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने पलटवार किया है।
बेंगलुरू में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर कुछ नहीं बोलते हैं।
राहुल ने कहा, 'हमने कहा कि दलितों को पीटा जा रहा है और सताया जा रहा है। जब रोहित वेमुला को मारा गया तो मोदी जी ने कुछ नहीं बोला। जब भारत के अन्य हिस्सों में दलितों को मारा जा रहा था, मोदी जी ने कुछ नहीं कहा।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस दलितों के अधिकार की हिफाजत करती रहेगी और उनके मुद्दे को उठाती रहेगी।'
बीजेपी को नहीं पता हिंदू होने का मतलब
राहुल गांधी ने बीजेपी की 'हिंदू राजनीति' को लेकर भी पलटवार किया।
उन्होंने कहा कि मेरे मंदिर जाने से बीजेपी को दिक्कत होती है, इसलिए वह इसे मुद्दा बनाते हैं।
राहुल ने कहा कि वह पिछले 15 सालों से मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और अन्य धार्मिक केंद्रों का दौरा करते रहे हैं। 'बीजेपी को यह पसंद नहीं। मुझे नहीं लगता कि उन्हें हिंदू होने का मतलब पता है। यह एक नजरिया है। यह कुछ वैसा है, जो आपके साथ हमेशा बना रहता है।'
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव की तरह ही कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान मंदिरों और मठों का जमकर भ्रमण किया है।
बर्बाद हुई देश की विदेश नीति
मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर उनकी विदेश नीति को लेकर हमला किया। उन्होंने कहा कि मोदी के कार्यकाल में देश की विदेश नीति 'निजी बातचीत' भर होकर रह गई है।
पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मोदी के कार्यकाल के दौरान विदेश नीति पूरी तरह से 'बर्बाद' हो चुकी है।
उन्होंने कहा, 'विदेश नीति पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने इसे (मोदी) निजी बातचीत में बदल दिया है।'
राहुल ने कहा कि चीन दौरे पर पीएम ने डोकलाम का जिक्र तक नहीं किया। उनकी चीन यात्रा का कोई एजेंडा नहीं था।
मोदी के लहजे पर जताई आपत्ति
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तंज कसने के लहजे पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि वह निजी हमले में भरोसा नहीं करते।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी की उस टिप्पणी का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल बिना कागज के 15 मिनट तक अपनी सरकार की उपलब्धियां पढ़कर दिखाएं।
मोदी ने कहा था कि इसके लिए राहुल चाहे हिंदी या अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करें या अपनी मां की भाषा (इटैलियन) का।
राहुल ने कहा, 'मेरी मां इटली की हैं, लेकिन उन्होंने जिंदगी भारत में बिताई है। मेरी मां ने देश के लिए बहुत कुछ त्याग किया है और काफी कुछ सहा भी है। अगर पीएम मोदी को मेरे ऊपर ऐसी टिप्पणी करने से खुशी मिलती है, तो वह करते रहें।'
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Source : News Nation Bureau