कर्नाटक में सियासी संग्राम जारी है. साथी विधायक से मारपीट के मामले में कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश समिति ने कांग्रेस विधायक जेएन गणेश को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. कांग्रेस विधायक आनंद सिंह के बयान पर गणेश के खिलाफ सेक्शन 307 के तहत (हत्या का प्रयास) मामला दर्ज कर लिया गया है. पार्टी के दो विधायकों के बीच हुई कथित झड़प के कारण अपने सभी विधायकों को एकजुट रखने की कांग्रेस की कोशिशों को झटका लगा था. भारतीय जनता पार्टी की ओर से कांग्रेस के विधायकों को अपने पाले में करने की कथित कोशिशों के बीच सत्ताधारी कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने विधायकों को रिजॉर्ट में रखा था. कथित झड़प में जख्मी हुए आनंद को रविवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, दोनों विधायकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. बल्लारी जिले के कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जे एन गणेश के साथ हुई झड़प के बाद होसपेट से विधायक आनंद सिंह के बीच बहस के बाद हाथापाई शुरू हो गई थी.
विधायकों की झड़प की खबर सामने आने पर कर्नाटक के मंत्री और वरिष्ठ नेता डी. के शिवकुमार ने इस घटना से इंकार कर दिया था. इस मामले की जांच के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर की अध्यक्षता में एक विशेष समिति बनाई गई थी जिसमें राज्य के मंत्री कृष्णा बायर गौड़ा और केजे जॉर्ज भी सदस्य के रूप में शामिल थे.
इस मुद्दे पर बीजेपी नेभी ट्वीट कर निशाना साधा था. बीजेपी ने ट्वीट किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस झगड़ा रोकने में नाकाम रही. हम उम्मीद करते हैं कि आनंद सिंह का इलाज कराया जा रहा होगा और हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. पार्टी ने तंज कसते हुए कहा, दुर्भाग्यवश अब दिनेश गुंडू राव (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) बीजेपी पर भी ठीकरा नहीं फोड़ सकते, क्योंकि विधायक तो उनकी निगरानी में ही रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं.
सरकार में विधायकों की खरीद-फरोख्त के अफवाहों के बीच बीजेपी से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने 76 विधायकों को बेंगलुरू के एक रिसॉर्ट में रखा था.