कर्नाटक का सियासी नाटक पिछले कई दिनों से जारी है. आज यानी शुक्रवार को इस राजनीतिक घमासान का अंत होने की उम्मीद थी. लेकिन मामला सोमवार तक के लिए लटक गया. सोमवार को कुमारस्वामी सरकार विश्वासमत पेश करेंगे. सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के बाद स्थिति साफ हो जाएगी कि कुमारस्वामी की सरकार बचेगी या फिर बीजेपी का कब्जा सत्ता पर होगा. वर्तमान में कर्नाटक विधानसभा का समीकरण देखें तो एचडी कुमारस्वामी की सरकार की विदाई लगभग तय हो गई है. 225 सदस्यी विधानसभा में वर्तमान में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के साथ बीएसपी और एक क्षेत्रीय पार्टी के एक-एक विधायक मिलाकर 116 विधायक है. इसके साथ ही एक निर्दलीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष को मिला दे तो आंकड़ा 118 विधायक कुमारस्वामी सरकार के पास है. बहुमत के निशान से सिर्फ पांच ज्यादा.
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लेकिन 118 में से 16 विधायक बागी हो चुके हैं. यानी अब अगर 16 बागी और दो निर्दलीय सहित सभी 18 विधायक सत्र में शामिल नहीं होते हैं या फिर वोटिंग नहीं करते हैं तो मतदान के लिए सदन की प्रभावी शक्ति 205 ही रह जाएगी, जिसमें बीजेपी के 105 सदस्य होंगे. जबकि अध्यक्ष और नामित सदस्य को शामिल नहीं किया जाएगा.
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ऐसी स्थिति में साधारण बहुमत की संख्या 103 होगी, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास केवल 100 विधायक ही बचेंगे जिस वजह से वे बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे. वहीं बीजेपी बहुमत का आंकड़ा छू लेगी. यानी कुल मिलाकर जेडीएस-कांग्रेस की सरकार गिरना तय हो चुका है.