Advertisment

कर्नाटकः ये कैसा रिवाज, यहां नवजातों को सुलाते हैं धधकते अंगारों पर

साल में एक बार होने वाली इस प्रथा में भाग लेने वाली किशोरियों को ऐसे कपड़े पहनाए जाते हैं जिससे उसकी कमर से ऊपर का हिस्सा न ढके।

author-image
desh deepak
एडिट
New Update
कर्नाटकः ये कैसा रिवाज, यहां नवजातों को सुलाते हैं धधकते अंगारों पर

नवजात को अंगारे पर सुलाते हुए लोग (एएनआई)

रिवाज के नाम पर कर्नाटक के हुबली के धारवाड़ के कुंगडोल में एक अजीबोगरीब अंधविश्वास का मामला सामने आया है। यहां, अपने ही नवजात शिशु को केले के पत्ते में लपेटकर जलते कोयले के ऊपर रखने की परंपरा है।

Advertisment

धार्मिक रिवाज के मुताबिक मासूम बच्चों को केले के पत्ते में लपेटकर दहकते कोयले पर रखा जाता है। यह रिवाज मुहर्रम का हिस्सा है और बच्चा पैदा होने की दुआ कुबूल होने पर किया जाता है।

हैरान करने वाली बात यह है कि कई लोग इसमें हिस्सा लेते रहे हैं और ऐसा करने के लिए यहां देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग यहां आते हैं।

और पढ़ेंः स्पेन के कैटालोनिया में जनमत संग्रह में अफरातफरी, स्पेन पुलिस ने मतपत्र जब्त किए

Advertisment

आस्था के नाम पर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने की बात हो तो महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ गांवों में नीचे चादर लगाकर नवजात शिशुओं को किसी इमारत की छत से करीब 15 मीटर की ऊंचाई से नीचे फेंका जाता है।

हाल ही में तमिलनाडु के मदुरै से ऐसी ही अंधभक्ति की खबर आई थी। यहां के वेल्लूर में धर्म के नाम पर किशोरियों को देवियों की तरह सजाकर 15 दिन के लिए मंदिर में टॉपलेस रखा गया था।

साल में एक बार होने वाली इस प्रथा में भाग लेने वाली किशोरियों को ऐसे कपड़े पहनाए जाते हैं जिससे उसकी कमर से ऊपर का हिस्सा ढका हुआ न रहे।

Advertisment

और पढ़ेंः विकास की मांग करने वाले को चुकानी होगी जरूरी कीमत: अरुण जेटली

Source : News Nation Bureau

Karnataka Hubli Muharram Dharwad religious ritual infants
Advertisment
Advertisment