कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने पहली बार कांग्रेस-जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) गठबंधन सरकार में दोनों पार्टियों में तकरार की बात स्वीकार की और भावुक हो गए।
एच डी कुमारस्वामी ने शनिवार को भावुक होते हुए कहा कि वे राज्य की गठबंधन सरकार से खुश नहीं हैं और इस दर्द को वे विषपान कर रहे हैं।
बेंगलुरू में एक कार्यक्रम के दौरान जेडीएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'आप मुझे शुभकामनाएं देने के लिए गुलदस्तों के साथ खड़े हैं क्योंकि आपका भाई मुख्यमंत्री बना है और आप सभी खुश हैं लेकिन मैं नहीं हूं। मैं गठबंधन सरकार की दर्द को जानता हूं। मैं विषकंठ बनकर इस सरकार के दर्द को निगल गया हूं।'
कुमारस्वामी ने कहा कि वे लोगों की समस्याओं का समाधान करने और अपने पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी देवगौड़ा के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री बना थे।
उन्होंने कहा, 'सत्ता का आनंद लेने के लिए मेरी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं थी। बल्कि राज्य के लोगों की समस्याओं का समाधान करने और किसानों, रोजाना कमाने वाले मजदूरों और जाति और धर्म के इतर हाशिये पर पड़े लोगों की समस्याओं का हल करना था जो मेरे पिता का अधूरा एजेंडा था।'
वहीं कुमारस्वामी के इस बयान पर कांग्रेस नेता और राज्य के उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि उन्हें हमेशा खुश रहना चाहिए।
जी परमेश्वर ने कहा, 'वे ऐसा कैसे कह सकते हैं? उन्हें निश्चित खुश होना चाहिए, मुख्यमंत्री को हमेशा खुश होना चाहिए। अगर वो खुश रहेंगे तो हम सब खुश रहेंगे।'
बता दें कि राज्य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बनने के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच तल्खियां रही हैं।
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हालांकि इसी महीने बजट में कुमारस्वामी ने किसानों के कर्ज को माफ कर और सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार की नीतियों के साथ चलकर संतुलन बनाने की कोशिश की है।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता बी एस येदियुरप्पा ने कहा था कि कांग्रेस और जेडीएस के कई विधायक उनकी पार्टी में आने को तैयार हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस और जेडी(एस) दोनों दलों में काफी असंतोष देखने को मिला था।
मई में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में बीजेपी 104 सीटें हासिल कर राज्य में सबस बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन बहुमत नहीं होने के कारण राज्य में त्रिशंकु विधानसबा की स्थिति बनी थी। चुनाव में कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थी।
Source : News Nation Bureau