किसानों की कर्ज़ माफी के मुद्दे पर घिरी कुमारस्वामी मंत्रिमंडल में कांग्रेस कोटे के मंत्री बी ज़ेड ज़मीर अहमद खान ने राज्य में विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने अपने लिये आधिकारिक कार के तौर पर साधारण इनोवा की जगह ऊंची फ़ॉर्च्युनर एसयूवी की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि इनोवा की उंचाई कम है और मैं बचपन से ही बड़ी गाड़ियों में घूमने का शौकीन रहा हूं। उनके इस बयान पर बीजेपी ने तीखी आलोचना की है।
राज्य सरकार के बेड़े में 37 गाड़ियां हैं और इनमें सिर्फ 2 फ़ॉर्च्युनर हैं जिसका इस्तेमाल पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया किया करते थे। फ़ॉर्च्युनर गाड़ियां इनोवा से दोगुने दाम में आती हैं।
खान की इस मांग पर बीजेपी ने कहा है कि सरकार के मंत्री मुख्यमंत्री की बात नहीं मान रहे हैं जिन्होंने फिज़ूलखर्ची से बचने की सलाह दी है।
मंत्री खान चुनाव से पहले ही जेडीएस को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। उनका कहना है कि वो बड़ी गाड़ियों में ज्यादा बेहतर महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं बचपन से बड़ी गाड़ियों में घूमता रहा हूं, मुझे इनोवा दी गई है। ये मुझे आरामदायक नहीं लगती क्योंकि मैंने हमेशा बड़ी (ऊंची) गाड़ियों में यात्रा की है। इनोवा नीची है।'
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जब उनसे पूछा गया कि वो सीएम कुमारस्वामी की तरह पर्सनल गाड़ी क्यों नहीं इस्तेमाल कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि लोगों को लगना चाहिये कि वो मंत्री हैं।
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री कुमारस्वामी- उन्हें पहचान की जरूरत नहीं है... वो काफी मशहूर हैं। अगर में साधारण गाड़ी में जाता हूं तो क्या लोग मुझे पहचानेंगे? अगर में सरकारी गाड़ी से जाऊंगा तो लोग कहेंगे कि देखो मंत्री जा रहा है।'
मंत्री अहमद खान की ट्रांसपोर्ट कंपनी है। उनके इस बयान के बाद उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है।
कर्नाटक बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा, 'वो 100 लग्ज़री बसों के मालिक हैं। कुमारस्वामी फिज़ूलखर्ची से बचना चाहते हैं। मंत्री को अपनी लग्ज़री में कटौती करनी चाहिये।'
कांग्रेस के एक विधायक सैयद नासिर हुसैन ने खान का बचाव किया है और कहा कि अगर उन्हें आरामदायक नहीं लगता है तो दूसरी गाड़ी मांगना क्या गलत है।
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Source : News Nation Bureau