कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम लगातार दूसरे दिन पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर पहुंचे. इससे पहले वह गुरुवार को भी सीबीआई के सामने पेश हुए थे. वहां लगातार नौ घंटे तक उनसे पूछताछ की गई थी. कार्ति चिदंबरम वर्ष 2011 में 263 चीनी नागरिकों को वीजा जारी कराने के मामले में कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोपों को लेकर चल रही पूछताछ के सिलसिले में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश हुए. उन्होंने कहाकि, "मुझे बुलाना उनका विशेषाधिकार है और जाना मेरा कर्तव्य है."
सीबीआई कार्यालय से निकलते समय कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम ने कहा कि, "कुछ हो नहीं रहा है. वे नियमित प्रश्न पूछ रहे हैं और मैं नियमित उत्तर दे रहा हूं. यह एक फर्जी मामला है और सीबीआई मुझे बुला रही है क्योंकि वे राजनीतिक आकाओं के नियंत्रण में हैं. जब भी वे मुझे दोबारा बुलाएंगे, मैं यहां रहूंगा:. "
यह मामला तब का है जब कार्ति चिदंबरम के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे. सीबीआई ने कार्ति और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. चीनी वीजा घोटाले में आरोपी कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने सीबीआई पर संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के आरोप लगाए हैं.
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कांग्रेस सांसद ने इस संबंध में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है. मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, सीबीआई द्वारा संसदीय विशेषाधिकार का घोर उल्लंघन किया गया है. उन्होंने कहा, सीबीआई द्वारा तलाशी के समय संसदीय कागजात, जो आईटी समिति से संबंधित हैं जब्त कर लिए गए. उन्होंने कहा इन गोपनीय कागजातों को जब्त करने का अधिकार किसी के पास नहीं है.