बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कुछ दिन बाद तमिलनाडु से पार्टी के सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस के लिए यह आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है. पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे ने एक ट्वीट में कहा कि कांग्रेस के लिए यह आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श और कदम उठाने का समय है.
तमिलनाडु में शिवगंगा से लोकसभा सांसद कार्ति ने बिहार चुनाव के परिणाम पर अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा दिए गए साक्षात्कार के लिंक को ट्वीट करते हुए यह टिप्पणी की है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा था कि बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारा समझौते को अंतिम रूप दिए जाने में देरी के कारण महागठबंधन के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ा. बिहार में कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, लेकिन केवल 19 को ही जीत मिली.
राजद के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 243 सदस्यीय विधानसभा में 110 सीटें मिली, जबकि राजग 125 सीटें जीतने में कामयाब रहा. अनवर ने रविवार को पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में कहा कि कांग्रेस को इस परिणाम से सबक लेना चाहिए और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समय से गठबंधन संबंधी औपचारिकताओं को पूरा कर लेना चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने अपने ट्वीट में साक्षात्कार को टैग किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान ली है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार ही नहीं, उपचुनावों के नतीजों से भी ऐसा लग रहा है कि देश के लोग कांग्रेस पार्टी को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं. पिछले दिनों सिब्बल समेत कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को संगठन का कायाकल्प करने का सुझाव दिया था.
Source : Bhasha