कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में हालात अमन बहाली की ओर बढ़ रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशलन एयरपोर्ट पर एक कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता को विदेश जाने से रोक दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यकर्ता का नाम गौहर गिलानी बताया जा रहा है जो शनिवार को दिल्ली से जमर्नी जा रहे थे. दरअसल बताया जा रहा है कि गिलानी के यात्रा करने पर पाबंदी लगी हुई है, यही वजह है कि शनिवार को उन्हें जमर्नी जानें से रोक दिया गया. खबरों की मानें तो गिलानी जमर्नी में 'डॉएचे वेले' के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. 'डॉएचे वेले' जमर्नी का एक चैनल है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के अध्यक्ष और पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल को भी दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया था. बताया जा रहा थआ कि गिरफ्तारी के समय शाह फैसल विदेश जा रहे थे. हिरासत में लेने के बाद शाह फैसल को दिल्ली एयरपोर्ट से कश्मीर भेज दिया गया. साथ ही शाह फैसल को घर में नजरबंद भी कर दिया गया. आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी करने के बाद से शाह फैसल लगातार विवादित बयान दे रहे थे.
यह भी पढ़ें: सेना अब तक 139 आतंकवादियों को किया ढेर, मई महीने में हुई सबसे ज्यादा आतंकी घटनाएं
वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से नजरबंद चल रहे जम्मू-कश्मीर के प्रमुख नेताओं अमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी गई. खबरों की मानें तो उमर अबदुल्ला से उनके परिवार ने श्रीनगर के हरि निवास पर मुलाकात की. मुलाकात के लिए केवल 20 मिनट दिए गए थे. बताया ये भी जा रहा है कि जब से उमर अबदुल्ला को नजरबंद किया गया है, तब से अब तक वह अपने परिवार से दो बार मिल चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उमर अब्दुल्ला को 12 अगस्त को बकरीद के मौके पर फोन पर बात करने की इजाजत भी दी थी.
यह भी पढ़ें: 'जब मैं बल्ले से छक्का मार सकता हूं तो तलवार से इंसान क्यों नहीं मार सकता', कश्मीर पर पाकिस्तानी दिग्गज का विवादित बयान
वहीं बात करें महबूबा मुफ्ती की तो उन्होंने भी गुरुवार को अपनी मां और बहन से मुलाकात की थी. पीडीपी प्रमुख को पर्यटन विभाग की संपत्ति चेशमाशाही में रखा गया है, जिसे अब उप-जेल घोषित कर दिया गया है