कठुआ गैंग रेप और हत्या मामले में शुक्रवार को फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट पीएमओ को सौंप दी है। फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट में क्राइम ब्रांच की ओर से की गई जांच पर कई सवाल उठाए हैं।
फैक्ट फाइंडिग टीम ने क्राइम ब्रांच की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले। चार्जशीट के अनुसार कम से कम 3 लोगों ने लगातार 4 दिन तक बच्ची के साथ रेप किया है। ऐसा कैसे मुमकिन है कि 6 दिन तक लगातार रेप के बाद बच्ची के शरीर और गुप्तांग पर सिर्फ खरोचों के निशान है।
टीम ने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बच्ची के इंटेस्टाइन से खाना पचाने के ट्रेस मिले हैं। चार्जशीट के अनुसार बच्ची को चार दिन तक भूखा रका गया था। टीम ने सवाल उठाया कि अगर बच्ची को भूखा रखा गया था तो इंटेस्टाइन में खाने का ट्रेस कैसे मिला और अगर बच्ची को खाना खिलाया गया तो देवस्थान के पास से कोई यूरिन या स्टूल का निशान क्यूं नही है।
टीम ने कहा कि क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट में कई ऐसी चीजे हैं जिनको नजरअंदाज किया गया है। इसको देखते हुए मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
रिपोर्ट सौंपने के बाद फैक्ट फाइंडिग टीम केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह से मिले।
इस मामले में फैक्ट फाइंडिग टीम गृहमंत्री राजनाथ सिंह से उनके आवास पर दोपहर 12:45 पर मुलाकात कर रिपोर्ट सौंपेगी।
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार 10 जनवरी को बच्ची का अपहरण किया गया और उसी दिन सांझी राम के नाबालिग भतीजे ने मासूम से बलात्कार किया। 14 जनवरी को पीड़ित बच्ची की हत्या कर दी गई और 17 जनवरी को उसका शव जंगल से बरामद हुआ।
इस मामले में मुख्य आरोपियों में से एक सांझी राम ने कबूल कर लिया है कि 8 साल की पीड़ित बच्ची का अपहरण करने के चार दिन बाद उसने बलात्कार किया था। यह दावा कठुआ गैंगरेप की जांच कर रहे जांच अधिकारियों की तरफ से किया गया है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत में चल रही सुनवाई पर 7 मई तक रोक लगा दी है।
यह भी पढ़ें: कठुआ गैंगरेप के मुख्य आरोपी सांझी राम ने अपना गुनाह किया कुबूल: पुलिस
Source : News Nation Bureau