दिल्ली में तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ धान खरीदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ महा धरना दिया। इस प्रदर्शन में टीआरएस के सभी लोकसभा, राज्यसभा, सभी विधायक और मेयर मौजूद थे। मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कहा कि, "प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को हाथ जोड़ कर अनुरोध कर रहा हूं कि, सारे जगह से जिस तरह धान खरीद रहे, वैसा ही हमसे खरीदो। हम 24 घण्टे तक इंतजार करेंगे, जल्द फैसला नहीं लिया गया तो उसके बाद हम फैसला लेंगे।" केंद्र सरकार पर मुख्यमंत्री ने हमला बोलते हुए कहा कि, "सरकार का नीति साफ है, ये किसानों की जमीन कॉरपोरेट को देना चाहते हैं, हमें अपनी ही जमीन पर नौकरी करनी पड़ेगी। भाजपा में इतना अहंकार क्यों ? हिटलर तक चले गए, यह हजार साल सत्ता पर बैठने के लिए थोड़ी आये हैं। हमारे दिल में कई बातें है। हमारे मन में आग है, यह आग फैलेगी।"
उन्होंने तेलंगाना भवन में मौजूद अपने मंत्रियों और जनता को संबोधित करते हुए कहा कि, " तेलांगना राज्य के किसानों का केंद्र सरकार से किसानों का धान ख़रीदिने की मांगों को लेकर यह प्रदर्शन है। आज इतनी दूर करीब 2 हजार किलोमीटर राज्य के सभी नेता और किसान दिल्ली आए हैं क्यों आना पड़ा ? क्या मजबूरी थी ? राज्य के किसानों ने क्या पाप किया, क्या धान उगाना पाप था ? आप किसी से भी खिलवाड़ कर सकते लेकिन किसानों से नहीं।"
केसीआर ने आगे कहा कि "ये पीयूष गोयल नहीं पीयूष गोलमाल है। वह समझते क्या है। मुझे नहीं पता, उनको क्या जानकारी है मुझे समझ नहीं आता है। "तेलंगाना राज्य में 30 लाख बोरवेल चलते, किसानों ने अपने खून पसीने से खुदाई की और उससे धान उगाने के काम किया। राज्य में 46 हजार तालाब का पुनर्वास किया अब सभी हर भरे दिखते हैं। हमारे राज्य में बिजली की किल्लत थी, लेकिन करोडों खर्च कर अब हमारे राज्य में 24 घण्टे उत्तम दर्जे की बिजली किसानों को मिलती है।" तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी बात नहीं मानी जाएगी। हम यूं ही प्रदर्शन करते रहेंगे और इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों को एक फोरम पर लाएंगे।
Source : MOHIT RAJ DUBEY