तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने थर्ड फ्रंट की संभावनाओं की तलाश में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि ये एक अच्छी शुरुआत है और गठबंधन एक सामूहिक नेतृत्व होगा।
बैठक के बाद केसीआर ने कहा कि हमने तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर एक 'अच्छी शुरुआत' की है और इस संबंध में दोनों नेताओं ने एक अच्छी समझ के साथ आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई है।
इससे पहले दोनों नेताओं ने फोन पर एक-दूसरे से बात की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक गैर कांग्रेस, गैर बीजेपी मोर्चा खड़ा करने की कोशिश हो रही है। जो कांग्रेस की तरफ से की जा रही महागठबंधन बनाने की कोशिश से अलग होगा।
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इसके संकेत उस वक्त ही मिल गए थे जब सोनिया गांधी की तरफ से आयोजित डिनर में ममता बनर्जी नहीं आई थीं। हालांकि उन्होंने एक प्रतिनिधि ज़रूर भेजा था। इस डिनर में बीजेपी को चुनावों में मात देने के लिये एक महागठबंधन गठित करने की संभावनाओं की तलाश भी थी।
मुलाकात के बाद चंद्रशेखर राव ने कहा, 'ये अच्छी शुरुआत है। मेरे खयाल से राजनीति एक सतत प्रक्रिया है, हमने जो भी चर्चा की है वो देश के विकास के लिये है.... ये एक सामूहिक नेतृत्व होगा।'
उन्होंने कहा, 'लोग सोच रहे हैं कि 2019 के पहले एक दूसरा फ्रंट होने चाहिये। मैं आपको साफ कर दूं कि ये भारत के लोगों के लिये होगा। ये सिर्फ कुछ दलों का गठबंधन मात्र नहीं होगा... ये लोगों के एजेंडा के आधार पर होगा।'
बीजेपी के खिलाफ वैकल्पिक फ्रंट बनाने को लेकर पिछले साल से बी ममता बनर्जी समर्थन जुटाने को कोशिश कर रही हैं। उन्होंने इसके लिये अरविंद केजरीवाल, डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन और बीजेपी की सहयोगी शिवसेना से भी संपर्क में हैं।
तीसरे मोर्चे को एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवौसी ने भी समर्थन दिया है।
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Source : News Nation Bureau