Kerala boat accident: केरल के मलप्पुरम जिले में नदी में यात्रियों से खचाखच भी नाव के पलटने के एक दिन बाद राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. इस हादसे में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में सात बच्चे भी हैं. सीएम पिनराई विजयन ने मरने वालों के परिजनों को दस लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. सीएम ने कहा कि जांच के वक्त यह देखा जाएगा कि पर्यटकों के लिए नाव सेवा द्वारा नियमों की अनदेखी गई की नहीं. सेफ्टी प्रोटोकॉल्स का पालन किया गया नहीं.
दरअसल रविवार शाम को करीब 7 बजे थूवल थीरम बीच के नजदीक तनूर इलाके में डबल डेकर बोट पलट गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि शायद बोट के टर्न लेते समय यह हादसा हुआ. बोट पर अधिक यात्री मौजूद थे. अधिक यात्री होने के कारण बोट अपना संतुलन नहीं रख पाई. बोट में करीब 40 यात्री सवार थे, तब ये हादसा हुआ. नाव की क्षमता केवल यात्रियों को ले जाने की थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह टूरिस्ट बोट बिना किसी फिटनेस सर्टिफिकेट के चल रही थी. रिपोर्ट में बताया गया कि यह बोट इससे पहले एक फिशिंग बोट थी. इसके बाद बोट मालिक ने इसे टूरिस्ट बोट में बदल डाला.
बोट ओवरलोड होने की वजह से एक तरफ ज्यादा झुक गई
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब बोट पानी में जा रही थी तो एक तरफ झुकी हुई थी. बोट ओवरलोड होने की वजह से एक तरफ ज्यादा झुक गई. इसे भी बोट ऑपरेटर्स ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर डाला. रिपोर्ट में कहा गया है कि बोट में सिर्फ दो ही एग्जिट थे. इस कारण भी हादसे के वक्त लोग बाहर नहीं निकल सके.
Source : News Nation Bureau