केरल सदी की सबसे भयावह बाढ़ से गुजर रहा है। कुदरत के मचाए गए कहर में अबतक 370 से ज्यादा लोगों ने जान गंवा देने की खबर है। वहीं, 14 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गये हैं। 15 दिनों में भारी बारिश और विनाशकारी बाढ़ के बाद केरल सरकार अब बिखरी ज़िंदगियों को पटरी पर लाने का काम शुरू कर दिया है।
विशेष पैकेज की मांग
इसके लिए केरल सरकार ने केंद्र सरकार से 2,600 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की मांग की है। हालांकि प्रधानमंत्री ने 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा पहले ही कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केरल सरकार पीएम मोदी की ओर से घोषित 500 करोड़ रुपए और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा घोषित 100 करोड़ रुपए मंगलवार को जारी कर दिए गए।
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यातायात बहाल
वहीं, केरल में बाढ़ के कारण खराब हुई पटरियों को ठीक कर लिया गया है और राज्य के सभी प्रमुख मार्गो पर रेल सेवाएं बहाल कर दी गई है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया, 'मरम्मत का काम पूरा होने के बाद तिरुवनंतपुरम और नागेरकोएल, एर्नाकुलम और कोट्टायम, एर्नाकुलम और शोरानूर, पलक्कड़ और शोरानूर, शोरानूर और कोजीकोड, और कोल्लम और पुनलौर के बीच रेल सेवा बहाल कर दी गई है।'
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 26 अगस्त से उड़ानों के फिर से परिचालन की संभावना है।
माकपा ने 2,000 करोड़ राशि की मांग की
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी केरल में बाढ़ के बाद पुनर्वास के लिए अनुदान राशि को बढ़ाकर 2,000 करोड़ करने तथा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में राहत देने की मांग की। जिससे राज्य खुद भी ज्यादा ज्यादा धन जुटा सकें। येचुरी ने इसके लिए पीएम मोदी को पत्र लिखकर इसकी मांग की है।
केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने बाढ़ से पीड़ित केरल को अतिरिक्त 89,540 टन अनाज भेजने की बात है।
रिलायंस फाउंडेशन ने 21 करोड़ रुपए देने का किया ऐलान
रिलायंस फाउंडेशन (आरएफ) की अध्यक्ष नीता एम अंबानी ने मंगलवार को केरल के मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 21 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। यह राशि करीब 50 करोड़ रुपये की राहत सामग्री से इतर दी जाएगी।
बजाज ऑटो ने एक करोड़ मदद राशि दिए
वहीं, ऑटोमोबाइल दिग्गज, बजाज ऑटो ने मुख्यमंत्री के आपदा राहत कोष में एक करोड़ रुपये, सर्वाइवल किट के लिए जानकीदेवी बजाज ग्राम विकास संस्था द्वारा एक करोड़ रुपये और विभिन्न बजाज ट्रस्टों द्वारा 50 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
हेल्प लाइन नंबर जारी
केरल में बाढ़ का पानी घटने के बाद स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। इस स्थिति पर काबू पाने के लिए एस्टर डीएम हेल्थकेयर से जुड़े स्वयंसेवक बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटे हैं। मदद के लिए एस्टर आपदा सहायता संगठन ने फोन नंबर दिए हैं, जिस पर कोच्चि (91,9446222135 व 91,9562721642), कोट्टाकल (91,9656000601), कालीकट (91,9847520600), वायनाड (919847762080) में कॉल किया जा सकता है।
युद्ध स्तर पर बचाव कार्य जारी
केरल में आई बाढ़ से लाखों लोग बेघर हुए हैं। 370 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस स्थिति से लड़ने के लिए केरल में युद्ध स्तर पर बचाव कार्य चल रहा है। बीएसएफ के जवानों के अलावा कई संगठनों से जुड़े वालंटियर्स भी इस राहत कार्य में जोरों से जुड़े हैं। एस्टर वालंटियर्स केरल के दूरदराज इलाकों में मेडिकल जांच शिविर लगा रहे हैं और साथ ही लोगों के बीच कपड़े, कंबल, खाना, स्वच्छ पानी बांट रहे हैं।
Kerala: Border Security Force has been carrying out operations for rehabilitation in the flood affected suburban regions of Thrissur. #KeralaFloods pic.twitter.com/8Kb3rd2Zs8
— ANI (@ANI) August 22, 2018
14 लाख लोग राहत शिविर में
14 लाख से ज्यादा लोग राज्य के तीन हजार राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। अलप्पुझा, एर्नाकुलम, पथानामथिट्टा और इडुक्की जिलों में लोगों की संख्या अधिक है।
सुप्रीम कोर्ट में केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम के उचित क्रियान्वयन और न्यायिक निगरानी के लिए याचिका दायर की गई है। केरल के रहने वाले अधिवक्ता सिजी एंटनी ने अपनी याचिका में केंद्र की ओर से उठाये गए कदमों की जानकारी मांगी है।
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Source : News Nation Bureau