केरल विधानसभा में बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत से पहले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) से संबंधित विवादित अभिभाषण से पहले उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर सरकार के रुख के खिलाफ होने के बावजूद इसे पढ़ेंगे. इससे पहले देखा गया है कि किसी बयान से सहमत नहीं होने पर राज्यपाल अभिभाषण का वह विशेष हिस्सा नहीं पढ़ते हैं.
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खान ने सीएए के खिलाफ विजयन सरकार का विरोध पत्र पढ़ने से पहले कहा, "पढ़ने से पहले मैं कहूंगा कि मेरे अपने विचार हैं. हालांकि मेरा मानना है कि यह सरकार की योजना या कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है. मैं मुख्यमंत्री की इच्छा का सम्मान करता हूं, हालांकि मैं इससे सहमत नहीं हूं लेकिन मैं इसे पढ़ूंगा." राज्यपाल के संबोधन का बहिष्कार करने वाले नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पिनरई विजयन पर शर्म आती है, जो यह संबोधन पढ़वाने के लिए राज्यपाल के पैरों पर गिर गए, जैसा कि खुद राज्यपाल ने बताया था.
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विधानसभा में इससे पहले कांग्रेस की अगुआई वाले विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए खान का रास्ता रोका. इसके बाद मार्शलों द्वारा विधायकों को जबरन हटाने के बाद खान अपना संबोधन करने के लिए मंच की ओर बढ़ सके.
Source : IANS