बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने मंगलवार को अग्रिम जमानत पाने के लिए केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन पर एक नन ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। जालंधर में रोमन कैथोलिक डायसिस के बिशप बुधवार को पुलिस जांच टीम के समक्ष उपस्थित होंगे। जमानत याचिका की सुनवाई मंगलवार को बाद में न्यायाधीश वी. राजा विजयराघवन द्वारा की जाएगी। फ्रैंको ने अदालत से यह देखने के लिए कहा है कि उनकी गिरफ्तारी तब तक नहीं हो जब तक कि अग्रिम जमानत याचिका पर अंतिम फैसला नहीं आ जाता।
उन्होंने कहा कि शिकायत झूठी है और यह सब उन्हें प्रताड़ित करने के मकसद से किया जा रहा है। केरल की एक नन ने मुलक्कल पर 2014 से 2016 तक लगातार उसके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।
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क्या है मामला
नन ने इसी साल जून महीने में आरोप लगाया था कि साल 2014 में कोट्टायम के पास कुरावलंगद क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस में बिशप ने पहली बार उसका यौन शोषण किया था। इसके बाद वह 2014 से 2016 के बीच 13 बार उसके साथ यौन उत्पीड़न किया था।
नन ने दावा किया था कि उसने गिरिजाघर के अधिकारियों को शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। हालांकि आरोपी बिशप ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों से इनकार किया था। मामला दर्ज किए 75 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं
केरल में बिशप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
केरल में विरोध प्रदर्शन कर रहीं ननों के एक समूह ने कहा कि वे सिर्फ बिशप की गिरफ्तारी के बाद ही चैन की सांस लेंगी, जिस पर एक वरिष्ठ नन का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
Source : IANS