देश के आधे हिस्से में जल प्रलय का तांडव जारी है इनमें सबसे ज्यादा केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात प्रमुख हैं. पिछले एक सप्ताह के दौरान सिर्फ केरल में बाढ़ से 104 लोगों की मौत हो चुकी है. आपको बता दें कि केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है. भारी बारिश के चलते राज्य में बाढ़, भूस्खलन और बारिश संबंधी घटनाओं में मृतकों की संख्या में अभी और भी इजाफा हो सकता है. केरल के 1,551 राहत शिविरों में करीब 2.27 लाख लोगों ने पनाह ली है. प्रमुख बांधों में पानी का स्तर बढ़ना भी चिंता का कारण बना हुआ है.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड जिले के पुथुमाला में अब भी आठ लोग लापता है और उनकी तलाश जारी है. वायनाड में 8 अगस्त को बारिश के चलते भारी भूस्खलन हुआ था. पूरे राज्य में मूसलाधार बारिश के चलते जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है जिसकी वजह से यातायात व्यवस्था ठप पड़ी है. हवाई पट्टी के रनवे पर पानी भर जाने के चलते विमानों के परिचालन पर रोक दिया गया था. कोच्चि स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार दोपहर से विमानों का परिचालन फिर शुरू कर दिया गया.
राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश से थोड़ी राहत की खबरें हैं लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने वायनाड, कन्नूर और कासरगोड़ में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. सेना, नौसेना, तटरक्षक बल, एनडीआरएफ, पुलिस बल, स्वयंसेवकों और मछुआरों समेत विभिन्न एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हैं. केरल में पिछले साल भी भूस्खलन और बाढ़ से भारी तबाही मची थी. इसमें 400 से अधिक लोगों की जान गई थी और लाखों लोग बेघर हुए थे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो