कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर पीएलए के साथ भारतीय सैनिकों के बीच हुई आमने-सामने की लड़ाई के मद्देनजर सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है. सूत्रों ने कहा कि समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है. विपक्ष सदन में चर्चा के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन आसन ने अनुमति नहीं दी.
खड़गे ने मंगलवार को सदन में बयान देते हुए केंद्र सरकार पर चीनी अतिक्रमण के बावजूद मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री से बयान की मांग की थी. उन्होंने कहा था, लद्दाख की गलवान घाटी में हमारे सशस्त्र बलों की वीरता जगजाहिर है. लेकिन चीन ने अप्रैल 2020 से हमारे क्षेत्र में खुलेआम घुसपैठ की है. डेपसांग मैदानों में वाई जंक्शन तक अवैध और अकारण चीनी घुसपैठ आज तक जारी है.
उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में चीन की तरफ से अतिक्रमण हुआ है. पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र के बगल में चीन ने पीएलए के डिवीजनल मुख्यालय, सेना की छावनी और तोपखाने का निर्माण किया है. लेकिन केंद्र इस अतिक्रमण की लगातार अनदेखी करता रहा है.
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Source : IANS