Advertisment

खरमास ने देश में रोके राजनीतिक दलों के काम, मकर संक्रांति के बाद सियासी हलचल बढ़ना तय

देश में राजनीति से जुड़े और दूसरे कई कामकाज लगता है कि सूर्य के उत्तरायण होने की वजह से अटके पड़े हैं.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
खरमास ने देश में रोके राजनीतिक दलों के काम, मकर संक्रांति के बाद सियासी हलचल बढ़ना तय

खरमास ने रोके राजनीतिक दलों के काम, मकर संक्रांति के बाद हलचल बढ़ना तय( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

देश में राजनीति से जुड़े और दूसरे कई कामकाज लगता है कि सूर्य के उत्तरायण होने की वजह से अटके पड़े हैं. इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को बताई जा रही है. उसके तुरंत बाद देश में ढेर सारी राजनीतिक गतिविधियां एक साथ शुरू हो सकती हैं. हालांकि खरमास में ही झारखंड की नई सरकार ने शपथ ली और महाराष्ट्र में सरकार का विस्तार भी इसी दौरान हुआ है. झारखंड में हालांकि बाकी मंत्रियों की नियुक्ति का मामला इसी वजह से अटका हुआ है. इस बात की पुष्टि खुद सीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को दिल्ली में की. सोरेन से आईएएनएस ने इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि खरमास खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज

झारखंड में 15 जनवरी के बाद नए मंत्रियों की नियुक्ति होगी. अभी मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के दो नेताओं और राजद के एक नेता को शपथ दिलाई गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से पांच और कांग्रेस कोटे के तीन मंत्रियों को शपथ लेनी है. कर्नाटक में भी मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने अपनी सरकार का विस्तार खरमास की वजह से रोक रखा है. येदियुरप्पा के बारे में सर्वविदित है कि बिना ज्योतिष की सलाह के वह कोई काम नहीं करते हैं. कर्नाटक में पिछले महीने उपचुनाव हुए थे, जिसमें उनकी सरकार का समर्थन करने वाले कांग्रेस और जद(एस) के लगभग सभी बागी फिर से विधायक चुन कर आ गए हैं और मंत्री बनने के लिए जोर लगा रहे हैं.

भाजपा सूत्रों के अनुसार, 15 जनवरी के तुरंत बाद येदियुरप्पा अपनी सरकार का विस्तार करेंगे. एक दर्जन के करीब नए मंत्री बनाए जाएंगे. इसमें वे ज्यादातर बागियों को एडजस्ट करेंगे और साथ ही लिंगायत-गैर लिंगायत का अनुपात भी ठीक करेंगे. इसके अलावा बेलगावी इलाके का प्रतिनिधित्व बढ़ाए जाने की चर्चा भी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे का काम भी खरमास के कारण रुका हुआ है. चुनाव की घोषणा हो चुकी है पर अधिसूचना 14 जनवरी को जारी होगी और उसी दिन से नामांकन शुरू होगा. बताया जा रहा है कि सभी पार्टियां 14 जनवरी के बाद ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगी. हालांकि भाजपा में टिकटों को शॉर्टलिस्ट करने का काम शुरू हो चुका है.

यह भी पढ़ेंः CM बनने के बाद पहली बार PM मोदी से मिले हेमंत सोरेन, राज्य के कई मुद्दों पर हुई चर्चा

दिल्ली के लिए भाजपा के सह प्रभारी तरुण चुग ने आईएएनएस से कहा कि खरमास के कारण काम रुका पड़ा है, और मकर संक्रांति बाद उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी. भाजपा दिल्ली में रैलियों का सिलसिला भी 14 जनवरी से शुरू करेगी. प्रधानमंत्री मोदी की दिल्ली में तीन रैली होनी है, जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की छह रैलियां होंगी. खरमास की वजह से दिल्ली में नामांकन का काम भी वास्तव में 15 जनवरी से ही शुरू होगा. सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार का विस्तार भी इसी वजह से लटका हुआ है और कहा जा रहा है कि 20 जनवरी के बाद किसी दिन सरकार में फेरबदल हो सकता है. भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी के नए अध्यक्ष की ताजपोशी भी 17 जनवरी के बाद होगी. कांग्रेस भी संगठन में बदलाव का काम 14 जनवरी के बाद ही करने वाली है.

Source : IANS

hindi news Kharmas political party
Advertisment
Advertisment