एक मुस्लिम व्यक्ति की ओर से किडनी दान देने की पेशकश पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने धन्यवाद देते हुए कहा है कि किडनी का कोई धर्म नहीं होता है।
64 साल की सुषमा स्वराज की किडनी फेल होने के कारण उनकी किडनी ट्रांसप्लांट किये जाने का प्रस्ताव है। उऩकी बीमारी का पता चलने के बाद कई लोगों ने उन्हें अपनी किडनी देने की पेशकश की है।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि धन्यवाद बंधुओं मुझे लगते हैं कि किडनी का कोई धर्म नहीं होता।
उनकी ये प्रतिक्रिया तब आई जब मुजीब अंसारी ने किडनी देने की पेशकश की और और कहा कि वो मुस्लिम हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वो बीएसपी के समर्थक हैं।
दो और व्यक्तियों नयामत अली शेख और जान शाह ने भी अपनी किडनी देने की पेशकश की।