वाडिया समूह ने मंगलवार को कहा कि जापान की एक अदालत द्वारा नेस वाडिया को ड्रग्स मामले में सुनाई गई सजा निलंबित रहेगी और इससे नेस के काम-काज और उनकी जिम्मेदारियों के निर्वहन में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "सजा स्पष्ट है. यह एक निलंबित सजा है. इसलिए इसका नेसा वाडिया द्वारा उनके कर्तव्यों के निवर्हन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और इसलिए वह समूह के अंदर और बाहर अपनी भूमिका निभाते रहेंगे."
उन्होंने कहा कि वाडिया फिलहाल भारत में हैं. फाइनेंसियल टाइम्स ने अपनी रपट में कहा कि नेस वाडिया को मार्च की शुरुआत में उत्तरी जापानी द्वीप होक्काइडो के न्यू चिटोस हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया था.
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सरकारी प्रसारक एनएचके के स्थानीय होक्काइडो स्टेशन की एक रपट के अनुसार, न्यू चिटोस पर स्निफर कुत्तों की वजह से सीमा शुल्क अधिकारी सतर्क हो गए और तलाशी में पता चला कि उनके पॉकेट में ड्रग्स(केन्नाबिस रेसिन) था.
वाडिया 283 वर्ष पुराने वाडिया ग्रुप के वारिस हैं और वह आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब के सह-मालिक भी हैं. वह गो-एयर जैसी एयरलाइन समेत कई कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल हैं. जापान में गिरफ्तारी के बाद, ऐसी रपट है कि उन्होंने 20 मार्च से पहले कुछ समय हिरासत में बिताया था.
फाइनेंसियल टाइम्स की रपट के अनुसार, साप्पोरो जिला अदालत ने वाडिया को दो वर्ष की सजा सुनाई, जिसे पांच वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया.
Source : IANS