महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक स्टील फैक्ट्री में काम करने वाले मध्य प्रदेश के 18 मजदूर की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गयी. ये पहले मामला नहीं हैं जब अपने घर लौट रहें मजदूरों की रास्ते में मौत हो गयी हो. लॉक डाउन शुरू होने से अब तक रोजी-रोटी कमाने के लिए घर से दूर गए मजदूरों में कई प्रवासी मजदूरों को अलग-अलग हादसों में अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 19 मार्च से 8 मई तक 65 प्रवासी मजदूरों की मौत ऐक्सीडेंट में हो चुकी है.
- 25 मार्च को लॉकडाउन की वजह से पहली मौत तमिलनाडु में हुई थी. केरल में काम करने वाले 10 मजदूर अपने घर तमिलनाडु लौट रहे थे. इन मजदूरों ने घर जाने के लिए तमिलनाडु के थेनी में बने जंगल का रास्ता चुना. तभी जंगल में आग लग गई. इस आग में दादी के. विजयामनी (43) और उनकी 1 साल की पोती की मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद वी. मंजुला (46) और एस. माहेश्वरी (43) ने बाद में दम तोड़ दिया था.
- 27 मार्च को हैदराबाद में 8 प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
- 28 मार्च को बिहार के भागलपुर में 4 मजदूरों की मौत हो गयी थी.
- 28 मार्च को गुजरात के वापी में 2 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी.
- 28 मार्च को महाराष्ट्र के मुंबई के विरार में मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर एक सड़क दुर्घटना में 4 मजदूरों की मौत और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. 7 मजदूर पैदल अपने घरों की ओर जा रहे थे. तभी भारोल गांव के पास तेजी से आ रहे आयरस टेंपो ने इन्हें कुचल दिया.
- 29 मार्च को हरियाणा के कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे एक तेज रफ्तार कैंटर वाहन ने सड़क पर पैदल चल रहे 8 लोगों को कुचल दिया. इनमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
- 31 मार्च को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 3 मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
- 1 अप्रैल को हरियाणा के गुरुग्राम में 5 मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
- 30 अप्रैल को दिल्ली से पैदल घर जाने के लिए निकले फतेहपुर जिले के तीन मजदूर गुरुवार तड़के सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए. घटना अलीगढ़ के मडराक क्षेत्र में हाईवे बाईपास पर हुई हादसे में एक ही परिवार के तीन मजदूरों की मौत हो गई जिसमें एक महिला भी शामिल है
- 30 अप्रैल को बिहार में 2 मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
- 5 मई को मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले कुछ मजदूर मथुरा से निकले थे. निकलते ही एक टेम्पो और ट्रक के बीच सीधी भिड़ंत हो जाने से 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि 2 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे.
- 6 मई को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में साइकल से छत्तीसगढ़ के लिए निकले मजदूर की अपनी पत्नी संग मौत हो गई थी.