पंजाब कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के बाद से नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर सियासी माहौल गर्म है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से उनकी खटास भी जगजाहिर है. सिद्धू इन मामलों पर कुछ प्रतिक्रिया भी नहीं देते हैं उनकी खामोशी से पंजाब कांग्रेस और कई बड़े नेताओं में बेचैनी का आलम है. सिद्धू ने पिछले एक सप्ताह से अपने नए विभाग का कार्यभार भी नहीं संभाला है. आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू को हाल ही में ऊर्जा विभाग का कार्यभार सौंपा गया है लेकिन सिद्धू न तो इस विभाग को संभाल रहे हैं और न ही कुछ बोल रहे हैं कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू की ख्वाहिश बड़ी है और उनकी नजरें पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर हैं या फिर कैबिनेट के बड़े विभाग पर हैं.
इन दिनों पंजाब में बिजली विभाग किसानों को आठ घंटे बिजली की आपूर्ति करने के लिए लगातार मीटिंग कर रहा है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू इन बैठकों से लगातार गायब रहते हैं. इस बीच सिद्धू दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात भी कर चुके हैं, जिसके बाद बिजली विभाग का कार्यभार संभालने को लेकर उनकी खामोशी ने कांग्रेस में कई तरह की चर्चा छेड़ दी है. मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि सिद्धू की नजर किसी बड़े महकमे या फिर पंजाब कांग्रेस चीफ के पद पर है.
कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ दे चुके हैं इस्तीफा
गुरदासपुर लोकसभा सीट से बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल से चुनाव हारने के बाद सुनील जाखड़ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं. हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाने की चर्चाओं से पंजाब की सियासत में हलचल है. इस चर्चा ने इसलिए भी जोर पकड़ा है, क्योंकि पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद पंजाब में सेकेंड लाइन लीडरशिप तैयार करना चाहती है जिसका नया चेहरा नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस बन सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- पंजाब में सिद्धू की चुपी पर सवाल
- सिद्धू ने राहुल और प्रियंका से की मुलाकात
- बड़ा पद चाहते हैं नवजोत सिद्धू
Source : News Nation Bureau