पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर और उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर को आरोपी बनाया है. इसके अलावा चार्जशीट में मारे गए आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक, आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार और पाकिस्तान से सक्रिय अन्य आतंकवादी कमांडर के नाम भी शामिल हैं. ये सभी नाम अब तक गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के अलावा शामिल किए गए हैं. एनआईए के एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया, पुलवामा आतंकवादी हमले के मामले में एजेंसी जम्मू की विशेष एनआईए अदालत में छह गिरफ्तार आरोपियों और अजहर, असगर, उनके मारे गए रिश्तेदार फारूक के खिलाफ (मंगलवार को) चार्जशीट दायर करेगी.
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने चार्जशीट में सभी आरोपियों के खिलाफ तगड़े सबूतों के साथ मजबूत केस बनाया है. इसमें उनकी चैट, कॉल डिटेल्स आदि शामिल हैं जो हमले में उनकी भूमिका की पुष्टि करते हैं. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में आतंकवादी समूह के कई शीर्ष कमांडरों पर भी आरोप लगाए हैं. एजेंसी ने जुलाई में जम्मू और कश्मीर के बडगाम निवासी 25 वर्षीय मोहम्मद इकबाल राथर को भी गिरफ्तार किया था. उस पर घुसपैठ कराने, जेईएम आतंकवादी और इस हमले के एक प्रमुख साजिशकर्ता मुहम्मद उमर फारूक की जम्मू में आवाजाही को सुविधाजनक बनाने का आरोप है.
अजहर मसूद का इतिहास
पंजाब में जन्मे मौलाना मसूद अजहर को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकीवादी गतिविध के मामले में पहली बार साल 1994 में गिरफ्तार किया गया था. मसूद अजहर को छुड़ाने के लिए उसके साथी आतंकियों ने ने दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस के फ्लाइट IC814 को हाईजैक कर अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे. भारतीय पैसेंजरों की जान बचाने के लिए भारत सरकार को आतंकियों से समझौता करना पड़ा था और पैसेंजरों के बदले मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था. भारत के जेल से आजाद होने के बाद मौलान मसूद अजहर ने पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा में रखकर एक के बाद एक भारत पर कई हमले किए.
साल 2008 मुंबई हमला
26 नवंबर 2008 को मुंबई में समुद्र के रास्ते आए 10 आतंकियों ने 72 घंटे तक खूनी तांडव मचाया था और इस हमले में 166 लोग मारे गए थे. इस हमले का मास्टर माइंड भी मसूद अजहर ही था और उसी के संगठन ने हमले की जिम्मेदारी भी ली थी. इस हमले में भारतीय सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए 9 आतंकियों को मार गिराया था जबकि 1 आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा दी गई थी.
साल 2016 पठानकोट हमला
31 दिसंबर 2015 की रात को जहां पूरी दुनिया और भारत नए साल के स्वागत में जुटा था उसी वक्त जैश ए मोहम्मद के कुछ आतंकी पठानकोट एयरबेस में घुस आए और वायुसेना के सामरिक सुरक्षा के हथियारों और फाइटर जेट पर हमले की कोशिश शुरू कर दी. ये आतंकी हमले के वक्त पाकिस्तान में अपने आका से सीधे संपर्क में थे और उन्हीं के दिशा निर्देश पर घटना को अंजाम दे रहे थे. इस हमले में वायुसेना और एनएसजी के कुल 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे और करीब दो दिनों की मुठभेड़ के बाद सभी आतंकियों को मार गिराया गया था. मोहाली की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सरगना मसूद अजहर और तीन अन्य को पठानकोट हवाईअड्डा हमला मामले में अपराधी घोषित कर दिया. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जेईएम के सरगना अजहर के अलावा उनके भाई मुफ्ती राउफ असगर और उनके साथियों शाहिद लतीफ और काशिफ जन को भी अपराधी घोषित कर दिया था.
पुलवामा हमले का मास्टर माइंड था अजहर मसूद
बता दें कि हाल ही में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर ही था. इस विभत्स हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों ने सीआरपीएफ के उस बड़े काफिले को निशाना बनाया जिसमें 70 से ज्यादा गाड़ियां जम्मू से श्रीनगर की तरफ जा रही थी. आतंकियों के किए आईईडी ब्लास्ट से बस के परखच्चे उड़ गए और शहीद जवानों के अंग सड़कों पर बिखर गए थे. इस हमले का जिस आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने जिम्मेदारी ली थी उसका प्रमुख मसूद अजह ही है.
Source : News Nation Bureau