पिछले कुछ दिनों से तेज धूप और गर्म हवाओं से दिल्ली-एनसीआर की हालत खराब है. अप्रैल के महीने में ही पारा कभी-कभी 40 के पार चले जाने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के लोगों के लिए आगामी कुछ घंटों के बाद मौसम बदल सकता है हो सकता है ये आपको गर्मी से राहत दे दे लेकिन यह भी हो सकता है कि ये आपकी आफत का कारण भी बन जाए. मौसम में संभावित बदलाव के चलते उत्तर भारत के दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में धूल भरी आंधी चल सकती है. यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने अपने अपने पूर्वानुमान में दी है. मौसम विभाग ने बताया कि, हिंद महासागर में हवा के कम दबाव और बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाके उठे तूफान की वजह से वातावरण में तेजी से परिवर्तन आएगा. इससे 65 से 70 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. जिससे सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि पूरा उत्तर भारत प्रभावित होगा.
मौसम विभाग के ने बताया कि तेज हवाओं के चलते पश्चिम बंगाल के अलावा, असम, सिक्किम और हिमाचल से निचले इलाके हवा की रफ्तार बढ़ेगी. इसके साथ पश्चिम बंगाल सहित उत्तर पूर्व के कुछ इलाकों में आंधी के साथ बारिश की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी चलेगी. उत्तर भारत के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ बौछार होगी.
मौसम विभाग पहले ही अनुमान जता चुका है कि तेज गर्मी और धूप से परेशान दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए भी राहत भरी खबर है यहां आने वाले कुछ घंटों में मौसम कभी भी करवट बदल सकता है, जिससे करोड़ों लोगों को राहत मिल सकती है. मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ घंटों के अंदर तमिलनाडु और पुडुचेरी में में तेज बारिश हो सकती है. इसके पीछे हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी में हवा का दबाव कम होना है. भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) के वैज्ञानिकों के मुताबिक, दक्षिणी राज्यों में भी हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी में हवा का कम दबाव बनने के कारण बारिश और तूफान आ सकता है.
मौसम पर निर्भर रहने वाले किसानों के लिए बढ़िया खबर है. अब जल्द ही उन्हें ब्लॉक स्तर पर मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी मिल जाया करेगी. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि अगले साल से देश के सभी 660 जिलों के 6,500 ब्लॉकों के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी करने की प्रक्रिया पर तेजी से काम चल रहा है.हालांकि, विभाग ने कहा है कि सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य मौसम पूर्वानुमानों की सटीकता को बढ़ाना और कृषि सलाहकार सेवाओं (AAS) को अधिक उपयोगी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाना होगा. अभी आइएमडी जिला स्तरीय एडवाइजरी जारी करता है. मौसम पूर्वानुमान और एएएस को ब्लॉक स्तर पर जारी करने के लिए इसने पिछले साल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) से समझौता किया था.
यदि विभाग इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दे देता है तो इससे किसानों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। समय पर जानकारी मिलने पर वह अपनी फसल को मौसम की मार से बचा सकते हैं। फिक्की के एक कार्यक्रम में आए आइएमडी के उप महानिदेशक एसडी अत्री ने कहा, ‘आइसीएआर के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से बहुत प्रगति हुई है. काम बहुत तेजी से चल रहा है. हम लोगों की भर्ती और उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं.’ उन्होंने बताया कि देश के 200 ब्लॉकों में पायलट स्टडी चल रही है। 2020 तक देश के सभी 6,500 को इसमें शामिल करने का लक्ष्य है.
Source : News Nation Bureau