वैश्विक महामारी कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप इन दिनों सर चढ़कर बोल रहा है. कोरोना की रफ्तार ने भारत को झकझोर दिया है. संक्रमण के दैनिक मामलों में भारत ने विश्व तोड़ तक तोड़ दिए हैं. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी धड़ाम हो गई है. अस्पताल बेड्स की किल्लत से जूझ रहे हैं तो दवाई से लेकर ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है. ऐसे में तमाम देश भारत की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं. अमेरिका से लेकर फ्रांस, ब्रिटेन और सऊदी अरब समेत कई अन्य देश भारत की मदद करने में लगे हैं.
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अमेरिका
अमेरिका वैक्सीन के लिए भारत को कच्चे माल की आपूर्ति करेगा. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि कोविशील्ड बनाने के लिए जरूरी सभी कच्चे माल और अन्य उत्पादों की आपूर्ति भारत को जल्द से जल्द कराए जाने के लिए अमेरिका में दिन-रात काम जारी है. पिछले साल ट्रंप प्रशासन के दौरान जब अमेरिका में कोरोना के प्रकोप का बोलबाला था, तब भारत ने अमेरिका की मदद की थी. इस बात को याद करते हुए जेक ने भारत के राष्ट्रीय सलाहकार अजीत डोभाल संग रविवार को फोन पर हुई बातचीत के दौरान कहा, 'अमेरिका उपलब्ध संसाधनों की आपूर्ति कराए जाने की दिशा में निरंतर काम कर रहा है.' जेक की प्रवक्ता एमिली हॉर्ने ने इसकी जानकारी दी.
फ्रांस
फ्रांस भी भारत की मदद करने के लिए आगे आया है. फ्रांस ने ऐलान किया है कि वह भारत को 8 ऑक्सीजन जनरेटर, 5 दिनों के लिए 2000 मरीजों के लिए तरल ऑक्सीजन और 28 वेंटिलेटर और आईसीयू उपकरण प्रदान करेगा.
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ब्रिटेन
ब्रिटेन कोविड संकट में भारत को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संकेंद्रक समेत अन्य जीवन-रक्षक चिकित्सा उपकरण भेज रहा है. रविवार को ब्रिटेन ने इसकी घोषणा की थी. दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि कोरोना से निपटने में सहायता के लिए 600 मेडिकल उपकरण भारत भेजे जाएंगे. वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोविड से लड़ाई के कठिन समय में हम मित्र एवं साझेदार की तरह भारत के साथ खड़े हैं.
जर्मनी
जर्मनी ने भारत की मदद के लिए तत्काल 'सहायता मिशन' का ऐलान किया है. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का कहना है कि उनकी सरकार भारत के लिए तत्काल 'सहायता मिशन' की तैयारी कर रही है. मर्केल ने कहा कि जर्मनी पूरी एकजुटता से भारत के साथ खड़ा है.
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सऊदी अरब
सऊदी अरब ने भी भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. सऊदी अरब से कोरोना संकट में भारत के लिए 80 मीट्रिक टन जीवन रक्षक गैस लाई जा रही है. भारत के लिए ऑक्सीजन को भेजने का काम अडानी समूह और लिंडे कंपनी के सहयोग से किया जा रहा है.
सिंगापुर
सिंगापुर से ऑक्सीजन कंटेनर भारत लाए गए हैं. भारतीय वायु सेना के विमानों के जरिए इन चार ऑक्सीजन कंटेनर को लाया गया. जिनका इस्तेमाल ऑक्सीजन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए किया जाएगा.
भूटान
पड़ोसी मुल्क भूटान से भी ऑक्सीजन का आयात किया जा रहा है. भूटान से नजदीकी भारतीय राज्य असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने पड़ोसी देश भूटान से ऑक्सीजन आयात करने के प्रबंध किए हैं. भूटान में नया ऑक्सीजन संयंत्र लगाया जा रहा है.