दुबई से आ रहे विमान (Kozhikode Air Crash) के एकाएक खाई में गिर जाने से यहां चारों ओर चीख-पुकार, खून से सने कपड़े, डरे सहमे रोते हुए बच्चे और एंबुलेंस के सायरन की आवाजों ने क्षेत्र को दहला दिया. एअर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) का विमान शुक्रवार शाम कोझिकोड हवाई पट्टी से फिसल कर खाई में गिर गया और दो हिस्सों में टूट गया. इस दुर्घटना में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई. 41 लोगों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है.
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बारिश से बचाव कार्य में बाधा
हालांकि हादसा होते ही बारिश के बीच, स्थानीय नागरिकों और पुलिस सहित बचाव कर्मियों ने विमान से घायल पुरुष और महिलाओं को बाहर निकालने में फुर्ती दिखाई. विमान तेज आवाज के साथ दो बड़े टुकड़ों में टूट गया और यात्रियों को समझ ही नहीं आया कि पल भर में क्या हो गया. इलाके में चीख पुकार मच गई. बचावकर्मियों ने लोगों को बाहर निकाला. इस दौरान चार से पांच साल के छोटे बच्चे बचाव कर्मियों की गोद में चिपके दिखाई दिए और यात्रियों का सारा सामान यहां वहां बिखरा था.
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घायलों की चीख-पुकार से गूंजा इलाका
तेज आवाज सुन कर स्थानीय लोग भी मदद के लिए दौड़ पड़े। एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि तेज आवाज सुन कर वह हवाईअड्डे की ओर भागे. उन्होंने कहा, ‘छोटे बच्चे सीटों के नीचे फंसे हुए थे और यह बेहद दुखद था. बहुत से लोग घायल थे. उनमें से कई की हालत गंभीर थी.’ उन्होंने कहा, 'पैर टूटे हुए थे...मेरे हाथ और कमीज घायलों के खून से सनी हुई थी.' बचाव अभियान में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, 'घायल पायलट को विमान से कॉकपिट तोड़कर निकाला गया.' उन्होंने का कि जब तक एंबुलेंस मौके पर पहुंचती लोगों ने यात्रियों को कारों से कोझीकोड और मलाप्पुरम जिले के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाना शुरू कर दिया था.