एक्सिस बैंक की सीईओ अधिकारी शिखा शर्मा ने रविवार को कहा कि नोटबंदी के बाद कुछ बैंककर्मियों के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने के बाद बैंक ने केपीएमजी से अपने खाते का ऑडिट कराने का फैसला लिया है।
आयकर विभाग के छापे में पिछले हफ्ते नोएडा स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 20 फर्जी खातों से 60 करोड़ रुपये का पता लगाया था।
बैंक के ग्राहकों को लिखे पत्र में एक्सिस बैंक की नींव को ठोस आधार वाला बताते हुए आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि बैंक खातों की गतिविधियों में अचानक हुई बढ़ोतरी पर नजर रख रहा और उसने संदिग्ध खातों को लेकर निगरानी कर रहा है।
और पढ़ें: आयकर विभाग की छापेमारी पर एक्सिस बैंक की सीईओ ने कहा, 'मैं दुखी और शर्मिंदा हूं'
शर्मा ने लिखा है कि हम लोग जानकारियां पाने के लिए अपनी शाखाओं का दौरा कर रहे हैं।
हाल की मीडिया रिपोर्ट में हमारे कुछ कर्मचारियों के आचरण से मैं शर्मिदगी एवं व्यथा की शिकार हुई। कुछ लोगों ने हमारी सुदृढ़ प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन नहीं किया। हमलोगों ने ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जो भी हमारी आचार संहिता से इधर-उधर होंगे उन प्रत्येक के साथ ऐसा ही करेंगे।
और पढ़ें: ऐक्सिस बैंक के कृष्णानगर ब्रांच पर आयकर विभाग का छापा, 12 फर्जी खाते मिले
उन्होंने कहा, "मैं आपको यह फिर से भरोसा देना चाहूंगी कि बैंक ने हमेशा से संचालन नियंत्रण का उच्चतम मानदंड बनाए रखा है। हमलोग खातों की गतिविधियों में आई अचानक बढ़ोतरी पर नजर रख रहे हैं और हमलोगों ने पहले ही से सक्रिय होकर संदिग्ध खातों की पहचान की है।"
शर्मा ने 55 हजार कर्मचारियों की कड़ी मेहनत पर कुछ लोगों के खत्म कर देने पर खेद जताया है।
HIGHLIGHTS
- नोटबंदी के बाद कई खातों में गड़बड़ी पाए जाने के बाद एक्सिस बैंक ने फॉरेंसिक ऑडिट कराने का फैसला लिया है
- एक्सिस बैंक ने केपीएमजी से अपने खातों को ऑडिट कराने का फैसला लिया है
Source : IANS