तेलंगाना के उद्योग मंत्री के टी रामाराव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हथकरघा और वस्त्रों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) बढ़ाने की योजना को वापस लेकर बुनकरों की मदद करने का आग्रह किया।
मंत्री ने प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर हथकरघा क्षेत्र को मजबूत करने के अपने आह्वान की याद दिलाई।
रामा राव ने कहा कि हथकरघा और वस्त्रों पर जीएसटी बढ़ाना उद्योग के लिए मौत की घंटी के समान है।
केटीआर ने 19 दिसंबर को केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर 1 जनवरी 2022 से जीएसटी बढ़ाने की योजना को वापस लेने का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा, कपड़ा खासकर हथकरघा क्षेत्र पिछले दो सालों से कोरोना के प्रभाव के कारण कठिन दौर से गुजर रहा है।
केटीआर ने कहा, जीएसटी को वर्तमान 5 से 12 प्रतिशत तक संशोधित करने से उद्योग को और झटका लगेगा।
कृषि क्षेत्र के बाद कपड़ा और हथकरघा क्षेत्र देश में सबसे ज्यादा रोजगार प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र को अतिरिक्त फायदा और प्रोत्साहन देना समय की मांग है।
केटीआर ने बताया कि देश के इतिहास में कभी हथकरघा पर कर नहीं लगाया गया था और केंद्र के 5 प्रतिशत कर लगाने के कदम का पूरे देश में कपड़ा और हथकरघा क्षेत्र ने कड़ा विरोध किया है।
केटीआर ने लिखा, हथकरघा पर अतिरिक्त 7 प्रतिशत जीएसटी लगाने का मौजूदा फैसला इस क्षेत्र को पंगु बना देगा। तेलंगाना विश्व स्तरीय हथकरघा का उत्पादन करता है और केंद्र के जीएसटी बढ़ाने के फैसले से बुनकर बहुत चिंतित हैं।
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Source : IANS