26/11 मुंबई हमला मामले के सरकारी वकील उज्जवल निकम ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा पाकिस्तान में कैद और फांसी की सजा सुनाए गए भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान जाकर केस लड़ने को भी तैयार हैं।
उज्जवल निकम ने कहा कि, 'उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के उस बयान पर ताज्जुब हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि फांसी की सजा सुनाए गए कुलभूषण जाधव को किसी से भी मिलने नहीं दे सकते'
कुलभूषण मामले में लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की चेतावनी के बाद पाकिस्तान में किसी भी वक़ील ने जाधव का केस लड़ने से मना कर दिया है।
कुलभूषण जाधव का केस लड़ने को लेकर लाहौर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने वकीलों को चेताया
उज्जवल निकम ने कहा कि,'कोई भी व्यक्ति जिसे फांसी जैसी सजा सुनाई जाती है उस व्यक्ति को काउंसलर एक्सेस नहीं देना, ये साबित करता है पाकिस्तान की ओर से लिया गया जाधव इकबालिया बयान दवाब में लिया गया है. इसलिए कहीं पाकिस्तान की पोल न खुल जाए वो उसे किसी से मिलने नहीं देना चाहते।'
उज्जवल निकम एक भारतीय सरकारी अभियोजक हैं जिन्होंने प्रमुख हत्या और आतंकवाद मामलों पर काम किया है। उन्होंने 1993 में मुंबई बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड, प्रमोद महाजन हत्याकांड और 2008 के मुंबई हमलों में संदिग्धों पर मुकदमा चलाने में मदद की। वह 2013 के मुंबई सामूहिक दुष्कर्म मामले में विशेष सरकारी वकील भी थे।
विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम को ये भी लगता है कि शायद कुलभूषण जाधव के साथ अत्याचार, क्रूरता की गई होगी और हो सकता है कि जाधव ज़िंदा ही नहीं हो। इसलिए पाकिस्तान उन्हें किसी से मिलवाने की हालत में नहीं है और बहाने बना रहा है।
उनका कहना है कि जाधव को काउंसलर एक्सेस मिलना चाहिए जिससे पता चले कि जाधव का इकबालिया बयान खुद दिया है या फिर उससे जबरदस्ती लिया गया है।
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HIGHLIGHTS
- जाधव की रिहाई के लिए उज्जवल निकम पाकिस्तान जाकर केस लड़ने को हैं तैयार
- लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की चेतावनी के बाद पाकिस्तान में किसी भी वक़ील ने जाधव का केस लड़ने से मना कर दिया है
Source : News State Beureau