बिड़ला समूह के संरक्षक प्रख्यात उद्योगपति बसंत कुमार बिड़ला (Basant Kumar Birla) का बुधवार को निधन हो गया. बिड़ला 98 वर्ष के थे. आधिकारिक सूत्रों से यह जानकारी मिली. दिवंगत बसंत बिड़ला के परिवार में उनकी बेटियां जयश्री मोहता व मंजूश्री खेतान हैं और उनके पोते आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) हैं.
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महान उद्योगपति एवं पोरपकारी घनश्याम दास बिड़ला के सबसे छोटे बेटे बसंत कुमार बिड़ला ने 15 वर्ष की उम्र से ही अपना व्यापार संभाल लिया था. इसके बाद वह केसोरामा इंडस्ट्रीज, सेंचुरी टेक्सटाइल, केसी ट्रस्ट के अध्यक्ष बने और कई शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े. सूत्रों के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को कोलकाता में होगा.
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बसंत कुमार बिड़ला (BK Birla) एक बार कहा था कि मैं 90 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता है. वह चाहते थे कि उनकी सभी कंपनियों की चेयरमैनशिप कुमार मंगलम बिड़ला ले ले, लेकिन कुमार मंगलम बिड़ला ने उनसे उनके पद पर बने रहने के लिए कहा. बीके बिड़ला अप्रैल में पिलानी इन्वेस्टमेंट बोर्ड से बाहर हो गए थे.
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बीके बिड़ला ने सिर्फ 15 साल की उम्र में ही केसोराम इंडस्ट्रीज का कारोबार संभाल लिया था. उन्होंने खुद के प्रयासों से सेंचुरी टेक्सटाइल्स कंपनी को खड़ाकर उसके कारोबार को बढ़ाया. उन्होंने केसोराम इंडस्ट्रीज में 1940 में डायरेक्टर का पद संभाला था. उनको कारोबार जगत में 70 साल का अनुभव है. इसके अलावा बीके बिड़ला कई चेरिटेबल ट्रस्ट और शिक्षा संस्थानों से जुड़े हुए थे. बीके बिड़ला सेंचुरी एंका, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, जय श्री टी और बीके बिड़ला फाउडेंशन जैसी कंपनियों में कई पद संभाल चुके थे.