आम आदमी पार्टी (AAP) नेता आशुतोष के पार्टी से इस्तीफे के बाद नेता और कवि कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा कि आजादी मुबारक हो। विश्वास ने ट्वीट किया, 'हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और 'आत्मसमर्पित-कुर्बानी' मुबारक हो! इतिहास शिशुपाल की गालियां गिन रहा है। आजादी मुबारक।'
कुमार विश्वास इससे पहले भी अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते रहे हैं। इससे पहले राज्य सभा में नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता को भेजे जाने पर कुमार विश्वास ने आपत्ति जताई थी।
हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और “आत्मसमर्पित-क़ुरबानी” मुबारक हो ! इतिहास शिशुपाल की गालियाँ गिन रहा है 🙏 आज़ादी मुबारक
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 15, 2018
लंबे समय तक पत्रकारिता करने के बाद आप आदमी पार्टी में शामिल हुए आशुतोष ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने AAP की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) को इस्तीफा भेज कर खुद को पार्टी से अलग करने की सूचना दी।
साथ ही आशुतोष ने ट्वीट कर कहा, मीडिया के मित्रों कृपया मेरी निजता का ख्याल रखें। मैं किसी भी प्रकार का कोई भी बाईट (इंटरव्यू) नहीं दूंगा। कृपया सहयोग करें।
आशुतोष ने ट्वीट किया, 'हर यात्रा का एक अंत होता है। आम आदमी पार्टी के साथ मेरे शानदार/क्रांतिकारी जुड़ाव का भी अंत हो गया। मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और पीएसी से भी स्वीकार करने को कहा है। यह बहुत ही ज्यादा व्यक्तिगत कारण है। जिन्होंने मुझे हर वक्त समर्थन किया उनका धन्यवाद।'
Every journey has an end. My association with AAP which was beautiful/revolutionary has also an end.I have resigned from the PARTY/requested PAC to accept the same. It is purely from a very very personal reason.Thanks to party/all of them who supported me Throughout.Thanks.
— ashutosh (@ashutosh83B) August 15, 2018
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उल्लेखनीय है कि साल 2015 में दिल्ली में केजरीवाल सरकार के गठन के बाद AAP से अलग हुये प्रमुख नेताओं की फेहरिस्त में आशुतोष चौथा बड़ा नाम हैं। इससे पहले आप के संस्थापक सदस्य योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण और शाजिया इल्मी पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं।
बता दें कि पूर्व पत्रकार आशुतोष ने राज्यसभा में तीन उम्मीदवारों में से दो के चयन पर नाराजगी जताई थी। एक समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीब नजर आने वाले आशुतोष को इसके बाद से पार्टी की अधिकांश गतिविधियों से दूर रखा जाने लगा था।
Source : News Nation Bureau