उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर सोमवार को नए सिरे से हिंसा भड़क गई और देखते ही देखते ये हिंसा कम्यूनल दंगों में तब्दील हो गई. इन दंगों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल सहित 13 लोगों की मौत हो गई. जाफराबाद (Jafarabad), मौजपुर और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलको में दंगाइयों ने जमकर तांडव मचाया और दुकानों और पेट्रोल पंपों पर आगजनी की जिससे धुएं का गुबार उठता देखा गया. सोमवार को दिल्ली की इस भयावाह स्थिति को देखकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, तीन दशक से दिल्ली में रह रहा हूं, अपने ही घर में कभी इतना डर नहीं दिखा था, क्या हो गया है ये? कौन लोग हैं जो दिल्ली में आग लगा रहे हैं. बेहद दुखी और शर्मिंदा हूं आज. ये हमारी प्यारी दिल्ली है देश की राजधानी है ये इसे बचाना ही होगा.
ये वही हैं जिन्होंने दंगाइयों के समर्थन में सबसे पहले ट्वीट किया था कि बसों को आग पुलिस लगा रही है।
— pramila (@pramila2710) February 24, 2020
और उस फेक न्यूज के लिए माफी भी नहीं मांगी थी पुलिस से।
शाहीन बाग के साथ ये खड़े थे, शरजील इमाम के साथ इनका अमानत खड़ा था!
और अब देखिए कैसे भोले बन रहे हैं!@DrKumarVishwas pic.twitter.com/Y2jJrrWtka
मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के इस ट्वीट को प्रमिला नामके ट्विटर हैंडल से स्क्रीन शॉट लेकर ट्वीट किया गया इस ट्वीट को आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास को टैग किया गया था. प्रमिला ने मनीष सिसोदिया के इस ट्वीट का स्क्रीन शॉट लगाकर ट्विटर पर लिखा, 'ये वही हैं जिन्होंने दंगाइयों के समर्थन में सबसे पहले ट्वीट किया था कि बसों को आग पुलिस लगा रही है. और उस फेक न्यूज के लिए माफी भी नहीं मांगी थी पुलिस से. शाहीन बाग के साथ ये खड़े थे, शरजील इमाम के साथ इनका अमानत खड़ा था! और अब देखिए कैसे भोले बन रहे हैं.'
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कुमार विश्वास ने लाइक किया ट्वीट
आपको बता दें कि प्रमिला नाम की महिला के इस ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किए गए इस ट्वीट को कविराज डॉ. कुमार विश्वास (Dr Kumar Vishwas) ने भी लाइक किया था. इसके बाद तो इस ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं. 223 लोगों ने इस ट्वीट पर अपनी राय देते हुए कमेंट किया और देखते ही देखते ही इस ट्वीट को 546 लोगों ने रीट्वीट कर दिया. लगभग 2.5 हजार लोगों ने इस ट्वीट को लाइक भी किया.
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दिल्ली के कई इलाकों में फैली थी हिंसा
आपको बता दें कि दिल्ली में हिंसा के चलते भीड़ गलियों में बेरोकटोक घूम रही थी. भीड़ में शामिल लोगों ने दुकानों को आग लगा दी, पथराव किया और स्थानीय लोगों को धमका रहे थे. राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में तनाव के दूसरे दिन हिंसा चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में फैल गई. इस दौरान पथराव किया गया दुकानों को आग लगाई गई. डोनाल्ड ट्रंप के जाते ही गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने देर रात फिर दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की बैठक
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक बुलाई है. दिल्ली पुलिस ने दंगाइयों को गोली मारने का आदेश दिया है. जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने मंगलवार शाम में रास्ता खाली कर दिया. पुलिस ने बताया कि यह महिलाएं शनिवार रात से यहां सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रास्ता साफ कर लिया. यहां दो दिनों से हिंसा भड़की थी.
अमित शाह ने 24 घंटों में ली तीसरी बैठक
दिल्ली में हिंसा के हालात पर पिछले 24 घंटों में गृह मंत्री अमित शाह ने तीसरी बड़ी बैठक ली. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर एसएन श्रीवास्तव समेत दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहे. करीब डेढ़ घंटे चली इस मीटिंग में एक बार फिर सिलसिलेवार तरीके से सुरक्षाबलों की तैनाती और कानून व्यवस्था के हर पहलू पर चर्चा की गई. गृह मंत्रालय ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. वहीं, दिल्ली हिंसा को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने 26 फरवरी होने वाला त्रिवेंद्रम दौरा रद्द कर दिया है.