किसान आंदोलन पर सवाल पूछने वाले यूजर को कुमार विश्वास ने आड़े हाथों लिया

डॉ कुमार विश्वास ने बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा कि जहां तक मेरे खाने की बात है तो इस थाली में उनके द्वारा खेत में पैदा किया हुआ अन्न है.

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Dhirendra Kumar
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Kumar Vishwas

कवि डॉ कुमार विश्वास (Dr. Kumar Vishwas)( Photo Credit : NewsNation)

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कवि डॉ कुमार विश्वास (Dr. Kumar Vishwas) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसान आंदोलन को लेकर पूछ गए एक सवाल को लेकर एक यूजर को आड़ो हाथ लिया है. दरअसल, कुमार विश्वास ने एक ट्वीट शेयर किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि दो जून की रोटी. इस पर एक नावेद उल अजीम नाम के एक यूजर ने तीखे कमेंट करते हुए लिखा कि किसानों की वजह से रोटी नसीब होती है और उसने लिखा कि किसानों के समर्थन में कुमार विश्वास ने एक भी शब्द नहीं कहा. वहीं इसके जवाब में डॉ कुमार विश्वास ने कहा है कि नावेद उल अज़ीम तू तड़ाक की भाषा सिखाने वाली आपकी अम्मी को मेरा राम राम स्वीकार करें.

डॉ कुमार विश्वास ने बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा कि जहां तक मेरे खाने की बात है तो इस थाली में उनके द्वारा खेत में पैदा किया हुआ अन्न है. उन्होंने लिखा कि बैंगन और घीये की सब्जी उन्होंने खुद उगाई है. चने की दाल में जो सब्जी है वह चना भी के वी कुटीर में पैदा किया गया है. रायता गौशाला की गीर गाय के दही का है और गुड़ अपने गन्ने का है. प्याज और ककड़ी भी अपने खेत में उगाई हुई है. पानी भी अपने ट्यूबवेल से लिया गया है. जीरा, तेजपात और धनिया भी यहीं पर उगाया गया है. हां नमक गुजरात का है. आखिर में उन्होंने लिखा कि अगर आपको कोई विशेष समस्या है तो वह कुछ और समय तक रहेगी. उन्होंने लिखा कि सहन करें क्योंकि इस मामले में वह कुछ नहीं कर सकते. उन्होंने लिखा कि कुंठा के अतिरिक्त अगर कोई और व्याधि है तो बताएं दवा और डॉक्टर भेज दिया जाएगा.

हास्य कवि और व्यंग्यकार पंकज प्रसून द्वारा शुरू किए गए 'आओ गांव बचाएं' अभियान का समर्थन करने के लिए बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और कवि कुमार विश्वास आगे आए हैं. अभियान के तहत रायबरेली जिले के छह ग्राम पंचायत प्रखंडों के 30 गांवों के निवासियों को कोविड केयर सेंटरों में ऑक्सीजन सहायता के साथ साथ कोविड दवाएं, ऑक्सीमीटर, थमार्मीटर और राशन किट उपलब्ध कराई जाएंगी. बता दें कि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा है कि हम सबके प्रयासों से सैकड़ों गांवों की स्थिति अब अपेक्षाकृत रूप से ठीक हो रही है, परंतु फिर भी जिन स्थानों पर मदद की आवश्यकता महसूस हो रही है वहां कोविड केयर केन्द्र खुलवाने का कार्य अब भी पूरे मनोयोग के साथ जारी है। हम कल भी देश के कई नए गांवों तक पहुंचे हैं.

HIGHLIGHTS

  • किसान आंदोलन को लेकर पूछ गए एक सवाल को लेकर एक यूजर को आड़ो हाथ लिया
  • कवि डॉ कुमार विश्वास ने लिखा कि सहन करें क्योंकि इस मामले में वह कुछ नहीं कर सकते
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