कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों के सदन से वॉक आउट (बहिर्गमन) के बीच विधानसभा में विश्वासमत जीत लिया।
विश्वास मत से पहले स्पीकर के पद पर चुनाव होना था जहां बीजेपी ने अपने विधायक एस सुरेश कुमार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश कुमार के सामने मैदान में उतारा था। हालांकि बाद में सुरेश ने इस पद से अपना नाम वापस ले लिया।
इसके बाद रमेश कुमार को सर्वसम्मति से कर्नाटक विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया। बाद में कुमारस्वामी ने सदन के पटल पर विश्वास प्रस्ताव पेश किया और आसानी से विश्वास मत जीत लिया। कुमारस्वामी के समर्थन में कुल 117 वोट डाले गए।
बता दें कि कुमारस्वामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी जहां बड़ी संख्या में गैर भाजपाई पार्टी के नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
इस गठबंधन में कांग्रेस के 78 विधायक, कुमारस्वामी की अगुवाई वाली जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) के 37 विधायक और बीएसपी का एक विधायक शामिल है।
गठबंधन को केपीजीपी के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन प्राप्त है। कुमारस्वामी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था और दोनों पर जीत हासिल की थी।
बीजेपी के प्रभावशाली नेता बीएस येदियुरप्पा के 19 मई को इस्तीफा देने के बाद एक हफ्ते से भी कम समय के भीतर शक्ति परीक्षण का यह दूसरा मौका था।
गौरतलब है कि इससे पहले येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दो दिन बाद शक्ति परीक्षण से पहले ही त्यागपत्र दे दिया था।
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Source : News Nation Bureau