जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए 24 वर्षीय कप्तान आयुष उन तीन आर्मी जवानो में से एक है जो आर्मी कैंप में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए है। इसके बाद से आयुष के परिजन गहरे सदमे में हैं।
शहीद के पिता ने बताया, 'जब उन्होंने गुरूवार सुबह कैंप पर हुए अटैक की खबर सुनी तो उन्हें कुछ ठीक नहीं लगा।'
उन्होंने बताया, 'जब उन्होंने समाचार देखा तो यह पता चला कि इस हमले में कैप्टन रैंक का अफसर शहीद हुआ है। इसके बाद उन्हें शक होने लगा। फिर उन्हें अफसर का फोन आने पर पता चला कि शहीद हुआ अफसर कोई और नहीं बल्कि उनके बेटा है।'
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उन्होंने बताया, 'आयुष अपने मां के ज्यादा नजदीक थे और हमले से एक रात पहले उन्होंने बेटे से बात की थी। गुरुवार को जब उन्होंने दोबारा कॉल किया तो उसने नहीं उठाया।' उन्होंने उदास भाव से कहा, 'सरकार को अपनी नीति को लेकर कुछ करना चाहिए वरना हमारे जवान इसी तरह मरते रहेंगे। मुझे सरकार से कुछ नहीं कहना, ना मुझे उससे कोई उम्मीद है।'
गुरुवार को कुपवाड़ा में सेना के कैंप पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। हमले में कानपुर निवासी कैप्टन आयुष यादव (26), राजस्थान निवासी सुबेदार भूप सिंह तथा विशाखापट्टनम निवासी नायक बी.वी.रमन्ना शहीद हो गए।
अधिकारियों के मुताबिक कुपवाड़ा जिले के पंजगाम में सेना की नौ से अधिक इकाइयों के शिविर हैं, जो 240,000 वर्गमीटर में फैला हुआ है। आर्मी कैंप कुपवाड़ा से लगभग 20 किलोमीटर तथा नियंत्रण रेखा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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Source : News Nation Bureau