Kuwait Fire Accident: कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विशेष विमान पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पहुंचा. भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत, बांसुरी स्वराज और अन्य नेता पार्थिव शरीर को लेने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. बुधवार को कुवैत के मंगाफ में हुए अग्निकांड में 49 मरने वालों में से 45 भारतीय मूल के थे. यूपी के तीन लोगों की मौत हुई है. जिसमें गोरखपुर के दो युवक शामिल हैं जनपद के गुलरिया थाना के जयराम गुप्ता और गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी निवासी अंगद गुप्ता भी शामिल है जबकि तीसरा मृतक गाजीपुर का रहने वाला है.
यह खबर भी पढ़ें- UGC NET Admit Card 2024: NTA कब जारी करेगा एडमिट कार्ड? 18 जून को है परीक्षा
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी के रहने वाले अंगद गुप्ता लगभग 9 वर्ष पूर्व कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम करते थे. गुरुवार को मंगाफ शहर के एक बहुमंजिला मॉल में हुए अग्निकांड में उनकी मौत हो गई. गुरुवार को एंबेसी से फोन कॉल के जरिये मौत होने का पता चला और तभी से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक अंगद गुप्ता के परिवार में पत्नी रीता देवी के साथ बड़ी बेटी अंशिका गुप्ता, मझला बेटा आशुतोष गुप्ता व छोटा बेटा सुमित गुप्ता शामिल है.
यह खबर भी पढ़ें- Weather Update: अब दिल्ली-यूपी में पड़ेगी झुलसाने वाली गर्मी, पढ़ें मौसम विभाग का अलर्ट
#WATCH | Angad Gupta, a resident of Gorakhpur, Uttar Pradesh lost his life in the Kuwait fire incident.
Angad Gupta's wife, Rita Gupta says, "...I have seen it in the news that such incident has happened. I tried calling him but he was not online... I called the number flashing… pic.twitter.com/A4PNIdmh13
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 14, 2024
मृतक अंगद गुप्ता की पत्नी रीता देवी ने बताया कि मंगलवार को सुबह 10:30 बजे हमारी बात हुई थी शाम को 4:30 बजे भी बात हुई थी. न्यूज़ देखी कुवैत में दिखा रहा था कि आग लगी है. तो हमने सोचा कि फोन करके उनसे पूछे कि कहां पर आग लगी है. तो हम जब फोन किया तो उनका फोन नहीं लग रहा था और उनका फोन ऑनलाइन भी नहीं था. बार-बार हम फोन करते रहे. फिर हमने आईएसडी वाला पैसा डलवाया और फोन किया. न्यूज़ पर नंबर दिख रहा था उस नंबर पर फोन किया. नाम पूछे पता पूछे फिर कहां अभी बता रहे हैं. फिर 1 घंटे के बाद फोन आया. कि आप कौन बोल रही है मैंने बोला मैं उनकी पत्नी बोल रही हूँ. कोई आदमी घर पर है. फिर मैंने अपने भाई का नंबर दिया. भाई के पास फोन आया. थाने से कुछ लोग आए थे नाम पता नोट करके ले गए. मेरी मांग यही है कि मेरी लड़की को एक अच्छी जॉब मिल जाए और कुछ आर्थिक सहायता हो जाए. ताकि हम लोगों का भरण पोषण हो सके.
Source : News Nation Bureau