गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच भारत और चीन के साथ बातचीत जारी है. दोनों ही देश तनाव कम करने को लेकर एक तरफ बातचीत कर रहे हैं तो दूसरी तरह सीमा पर फोर्स की तैनाती भी कर दी है. हाल ही में वायुसेनाध्यक्ष आर के एस भदौरिया के लद्धाख दौरे के बाद अब आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे भी लद्दाख का दौरा करेंगे. जानकारी के मुताबिक इसी सप्ताह दौरे की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है. इस दौरान ग्राउंड कमांडर्स के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की जाएगी.
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भारतीय इलाके में माउंटेन फोर्स तैनात
गलवान घाटी के पीपी 14 क्षेत्र में 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों की सेनाएं अपने आप को मजबूत करने में लगी हैं. चीन की सेना पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने एलएसी पर आर्टिलरी और टैंक की संख्या बढ़ाई है, तो वहीं भारत की सेना भी पूरी तरह से तैयार है और तैनाती मजबूत कर दी है. भारत ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए चीन से सटी 3.488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी उच्च प्रशिक्षित माउंटेन फोर्स की भी तैनात कर दी है. यह बटालियन ऊंचाई पर सामरिक लिहाज से चुनौतीपूर्ण स्थितियों के अनुरूप प्रशिक्षित की गई है.
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भारत ने मिग-29 और अपाचे किए आगे
इधर सैन्य सूत्रों से पता चला है कि लेह में भारत के मिग-29 (Mig-29) और अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर (Apache) तैनात करने के बाद चीन ने भी लद्दाख से सटे अपने दो एयरबेस होटान, नग्यारी, शिगात्से (Sikkim) और नयिंगची (Arunachal Pradesh) में बडे़ पैमाने पर लड़ाकू जेट, बमवर्षक विमान और हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए हैं. यही नहीं, चीन की सेना ने पेंगांग सो झील पर फिंगर 4 के आगे भारतीय सैनिकों को गश्त से रोकने के लिए अपनी आक्रामक कार्रवाई और निगरानी को बढ़ा दिया है.
चीन ने तैनात किए लड़ाकू विमान
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने भारत से लगी अपनी पूरी सीमा पर स्थित हवाई ठिकानों होटान, नग्यारी, शिगात्से और नयिंगची में अतिरिक्त फाइटर जेट, बॉम्बर और लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है. पीएलए ने अरुणाचल की सीमा पर भी अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है. पेंगांग सो झील पर जहां चीन की सेना एलएसी को बदलना चाहती है, वहीं चीनी सेना ने गोगरा हॉट स्प्रिंग में भी बड़े पैमाने पर सैनिकों और हथियार तैनात किए हैं.लवान घाटी के पीपी 14 क्षेत्र में 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों की सेनाएं अपने आप को मजबूत करने में लगी हैं. चीन की सेना पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने एलएसी पर आर्टिलरी और टैंक की संख्या बढ़ाई है, तो वहीं भारत की सेना भी पूरी तरह से तैयार है और तैनाती मजबूत कर दी है. भारत ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए चीन से सटी 3.488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी उच्च प्रशिक्षित माउंटेन फोर्स की भी तैनात कर दी है. यह बटालियन ऊंचाई पर सामरिक लिहाज से चुनौतीपूर्ण स्थितियों के अनुरूप प्रशिक्षित की गई है.
भारत ने मिग-29 और अपाचे किए आगे
इधर सैन्य सूत्रों से पता चला है कि लेह में भारत के मिग-29 (Mig-29) और अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर (Apache) तैनात करने के बाद चीन ने भी लद्दाख से सटे अपने दो एयरबेस होटान, नग्यारी, शिगात्से (Sikkim) और नयिंगची (Arunachal Pradesh) में बडे़ पैमाने पर लड़ाकू जेट, बमवर्षक विमान और हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए हैं. यही नहीं, चीन की सेना ने पेंगांग सो झील पर फिंगर 4 के आगे भारतीय सैनिकों को गश्त से रोकने के लिए अपनी आक्रामक कार्रवाई और निगरानी को बढ़ा दिया है.
चीन ने तैनात किए लड़ाकू विमान
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने भारत से लगी अपनी पूरी सीमा पर स्थित हवाई ठिकानों होटान, नग्यारी, शिगात्से और नयिंगची में अतिरिक्त फाइटर जेट, बॉम्बर और लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है. पीएलए ने अरुणाचल की सीमा पर भी अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है. पेंगांग सो झील पर जहां चीन की सेना एलएसी को बदलना चाहती है, वहीं चीनी सेना ने गोगरा हॉट स्प्रिंग में भी बड़े पैमाने पर सैनिकों और हथियार तैनात किए हैं.
Source : News Nation Bureau