चीन में भूस्खलन होने का असर अरुणाचल प्रदेश में दिखाई पड़ रहा है.तिब्बत के बड़े भू-भाग में भूस्खलन होने से काफी बड़ा इलाका ब्लॉक हो गया है. जिसके चलते यारलुंग जांग्बो और ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव रूक गया है. विदेश मंत्रालय ने इसकी सूचना देते हुए कहा,' 17 अक्टूबर को तिब्बत के स्वायत्त क्षेत्र में यारलुंग जांग्बो और ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव भूस्खलन की वजह से रुक गया है. जिसकी सूचना चीन ने दी है.
चीन की तरफ से सूचना मिलने के बाद केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों को स्थिति की जानकारी दे दी गई है, ताकि वे इस संबंध में उचित उपाय कर सके. विदेश मंत्रालय लगातार चीन के संपर्क में है.
बता दें कि भूस्खलन होने की वजह से इलाके में बड़ा सा कृत्रिम झील बन गया है जिसका बहाव भारत की तरफ बन गया है. जिसका असर अरुणाचल प्रदेश में दिखाई पड़ रहा है. स्थानीय आपात विभाग ने अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले में अलर्ट जारी कर दिया है.
वहीं, अरुणाचल से कांग्रेस के सांसद निनोंग एरिंग ने चिट्ठी लिखकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जल संसाधन राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. सांसद ने कहा कि इसे अरुणाचल प्रदेश पर गंभीर असर पड़ सकता है.
गौरतलब है कि जून 2000 में कुछ ऐसा ही हुआ था जब ब्रह्मपुत्र नदी में चीन की तरफ से अचानक पानी छोड़ने की वजह से अरुणाचल प्रदेश में काफी नुकसान हुआ था.
वहीं चीन में भी भूस्खलन होने के बाद करीब 6,000 लोगों को खाली करवा कर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.
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Source : News Nation Bureau