रामबन जिले में भारी बारिश के चलते कई जगह हुए भूस्खलन से जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग दर्जन भर स्थानों बाधित हो गया. इससे जरूरी सामान लेकर कश्मीर जा रहे सैकड़ों ट्रक फंस गये हैं. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. मलबा हटाने के लिए मजदूरों और मशीनों को लगाया गया है और 270 किलोमीटर लंबे इस राजमार्ग को यातायात के लायक बनाने की कोशिश की जा रही है. यह सभी मौसमों में कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है.
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शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में ऊचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हुई थी और निचली पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में पूरे दिन बारिश हुई थी, फलस्वरूप पारा लुढक गया था. पुलिस उपाधीक्षक (राष्ट्रीय राजमार्ग) अजय आनंद ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘(रामबन जिले में) चंद्रकोट और बनिहाल के बीच दर्जन भर स्थानों पर भूस्खलन और पहाड़ों से बड़े बड़े पत्थर गिरने के कारण शुक्रवार पूर्वाह्न को राजमार्ग बाधित हो गया था. ’’
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उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह मौसम में सुधार के साथ ही संबंधित एजेंसियां कैफ्टेरिया मोड़, रामबण, मंकी मोड़, बैटरी चश्मा, पान्याल मोड़, डिगडोल, पंथ्याल, मोमपासी, हिंगनी और शेरबीबी समेत भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में मलबे हटाने में जुट गयीं और वे राजमार्ग को बहाल करने की कोशिश में लगी हैं.
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आनंद ने कहा , ‘‘ यातायात बहाल करने में वक्त लगेगा लेकिन हमें आज शाम तक फंसे ट्रकों को आगे के लिए रवाना कर देने की उम्मीद है.’’ इस बीच जम्मू में आर एस पुरा सेक्टर के जिंदर मेलू गांव में शुक्रवार को कच्चे मकान के ढह जाने से 56 साल की एक महिला की मृत्यु हो गयी और उसके परिवार के चार सदस्य घायल हो गये. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी के अनुसार घायलों को असपताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर है.
Source : Bhasha