तीन तलाक बिल पास होने से पहले जनता दल यूनाइटेड और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट कर गए. सदन में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और असदुद्दीन ओवैसी के बीच तीखी नोंक झोंक हुई. रविशंकर प्रसाद ने मोहम्मद पैगम्बर का नाम लेकर ओवैसी को घेरने की कोशिश की. कानून मंत्री ने कहा कि पैगम्बर साहब ने भी तीन तलाक को गलत माना था.
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उन्होंने कहा कि ओवैसी साहब ऐसी पीड़ित महिलाओं के हक में बात करते तो मुझे अच्छा लगता. क्योंकि मैं उन्हें इस्लाम का जानकार मानता हूं. रविशंकर ने कहा कि सभी लोग ओवैसी साहब से उदासी का सबब भी पूछेंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने तीन तलाक को गलत बताया और एक ने कहा कि कुरान में गलत है तो कानून में सही कैसे माना जा सकता है. संसद को कानून लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की जरूरत नहीं है. संसद खुद कानून ला सकती है. मोदी सरकार तीन तलाक की पीड़ित महिलाओं के साथ खड़ी रहेगी. यह फैसला हमारे प्रधानमंत्री ने किया था.
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वहीं सदन के नेता प्रतिपक्ष अधिरंजन चौधरी ने कहा कि राम और रहीम को अगर आप एक मानेंगे तो देश में कानून पारित करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि आज आपको बिल पारित कराने के लिए पैगम्बर साहब का नाम लेना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसे आपराधिक बनाने पर ही हमारा विरोध है. हमारी सलाह के बाद आपने 3 संशोधन किए हैं. लेकिन आप अपनी बात घुमा के बिल में लेकर आए हैं. टीएमसी सांसस सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि हमारी शंकाओं को दूर नहीं किया गया है और न ही सरकार की ओर से जवाब दिया गया. विरोध स्वरूप हम सदन से वॉकआउट करते हैं.
HIGHLIGHTS
- रविशंकर और ओवैसी में सदन में हुई तीखी नोंक-झोंक
- पैगम्बर का नाम लेकर ओवैसी को घेरा
- कहा पैगम्बर साहब ने भी तीन तलाक को गलत बताया था