सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकील रीपक कंसल ने सुप्रीम कोर्ट में 50-50 पैसे के 200 सिक्के जमा कराए हैं. दिलचस्प ये कि जुर्माना के लिए ये 200 सिक्के सिर्फ़ रीपक कंसल ने नहीं, बल्कि एक प्रतीकात्मक विरोध के रूप में बहुत सारे वकीलों ने इकट्टा किए हैं.
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दरअसल एडवोकेट रीपक कंसल ने कोर्ट रजिस्ट्री पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. उनका कहना था कि मामलों को सुनवाई के लिए लिस्ट करने में रजिस्ट्री के अधिकारी प्रभावशाली वकीलों और याचिकाकर्ताओं को प्राथमिकता देते हैं, जबकि साधारण वकीलों के तरफ से दाखिल मुकदमे में तकनीकी कमियां बता कर उसे बार-बार सुधारने के लिए कहा जाता है.
6 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को आधारहीन बताते हुए न सिर्फ खारिज कर दिया, बल्कि याचिकाकर्ता को सांकेतिक किस्म का दंड देते हुए 100 रुपये का जुर्माना भी लगाया था. जुर्माना लगाए जाने के बाद कई वकीलों भी रीपक कंसल के समर्थन में आ गए. ये वो वकील थे, जिन्हें लगता था कि रीपक कंसल ने सही बात कोर्ट के सामने उठाई थी.
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तय हुआ कि ये 100 रुपये का जुर्माना भी रीपक कंसल अकेले नहीं भरेगे, बल्कि सांकेतिक विरोध दर्ज कराने के लिए वकीलों ने 100 रुपया इकट्ठा करने के लिए चंदा जुटाना शुरू किया, इसके लिए बकायदा व्हाट्सएप पर 'Contribute Rs 100' नाम से एक ग्रुप बनाया गया. सिक्के जुटाने में थोड़ी मशक्कत के बार ही सही, 50- 50 पैसे के ये 200 सिक्के यानि 100 रुपये की जुर्माना राशि आज कोर्ट में जमा कर दी गई.