अखाड़ा परिषद ने देश के 14 फर्जी बाबाओं की सूची जारी की है जिसमें बरेली के दो बाबा भी शामिल है। बरेली के बाबा कुश मुनि ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि को फर्जी घोषित करके कानूनी नोटिस भेज दिया है।
कुश मुनि की वकील ज्योति गिरी ने नरेंद्र गिरी को लिखा है कि, आपने निराधार तथ्यों के आधार पर मेरे मुवक्किल आचार्य कुश मुनि को फर्जी बाबाओं की सूची में रखा है, ऐसा आपने मेरे मुवक्किल से बदला लेने के लिए किया है। यदि आप उनका नाम उस सूची से नहीं हटाते हैं तो आपके ऊपर क्यों न मानहानि का मुकदमा किया जाए?
रिपोर्ट के मुताबिक, फर्जी करार दिए गए सिद्देश्वरी गुप्त महापीठ के महंत कुश मुनि ने बताया कि, 'मैं नरेंद्र गिरी के कहने से फर्जी नहीं हो जाउंगा। वह देख लें कि उनके अखाड़ों के कितने महंतों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। खुद नरेंद्र गिरी की छवि कोई अच्छी नहीं है। मैंने उनको नोटिस भेज दिया है। मैं इनसे न्यायालय में निपटूंगा।'
और पढ़ेंः अयोध्या जमीन विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद HC से कहा, 10 दिनों के भीतर पर्यवेक्षक नियुक्त करें
फर्जी घोषित किए गए दूसरे बाबा बृहस्पति गिरी ने कहा कि, 'कौन सिद्ध पुरुष है और कौन नहीं, ये नापने का अखाड़ा परिषद के पास क्या पैमाना है? हमको निकालने वाले या हमको फर्जी बाबा कहने वाले वो कौन होते हैं। ना तो उन्होंने हमें बाबा बनाया ना ही हमारा उनसे कोई वास्ता रहा। फिर वो हमें साधु होने या ना होने का सर्टिफिकेट कैसे दे सकते हैं।'
अखाड़ा परिषद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फर्जी बाबाओं की सूची सौंपेगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा, 'ये तो हमारा संकल्प है कि हम देश के सभी फर्जी बाबाओं का पर्दाफाश करेंगे। हम अपने संकल्प से पीछे नहीं हटेंगे। इसे करने में तीन से चार साल भले लगें लेकिन ये काम हो कर रहेगा।'
आपको बता दें कि अखाड़ा परिषद देश में साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था है। 2015 के नासिक कुंभ में राधे मां को रोका जा चुका है।
और पढ़ेंः समय से पहले भारत में दोड़ैगी बुलेट ट्रेन, शिंजो आबे और पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
Source : News Nation Bureau