दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र नजीब अहमद के लापता होने के बाद से नाराज़ छात्रों ने प्रशासनिक भवन का घेराव किया। प्रशासनिक भवन के बाहर सैंकड़ों छात्रों ने अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखते हुए वीसी एम जगदेश कुमार ने अपील की है कि वे आएं और इस मुद्दे पर बातचीत करें।
दिल्ली पुलिस ने लापता छात्र नजीब की तलाश में एक पोस्टर छपवाया है। इसमें पता बताने वाले को 50 हजार इनाम देने की भी घोषणा की गई है। इस मामले को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा से भी बात की है।
हंगामे के कारण वीसी, प्रॉक्टर और अन्य अधिकारी प्रशासनिक भवन के अंदर रहे। बाद में वीसी बाहर आए और छात्रों से बातचीत की और कहा कि नजीब के बारे में पता करने की पूरी कोशिश की जा रही है। वीसी और छात्रों के बीच दूसरे दौर की बातचीत भी विफल रही।
छात्रों के इस प्रदर्शन को लेकर जेएनयू के वीसी एम जगदेश कुमार ने कहा, ''छात्रों को यह समझना चाहिए कि इस तरह अपने शिक्षकों को बंधक बनाना ठीक नहीं है। इससे अपना जेएनयू प्रभावित होगा।''
यूनिवर्सिटी के वीसी का आरोप है कि 'उन्हें गलत तरीके से बंधक बनाया गया।' साथ ही कहा, 'हम इमारत के भीतर दिन में 2.30 बजे से बंद हैं। हमारे साथ एक महिला सहकर्मी भी हैं जो अस्वस्थ हो गईं हैं क्योंकि उनको मधुमेह है।''
वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्हें अभी तक आधिकारिक तौर पर जेएनयू की तरफ से विश्वविद्यालय के अंदर जाने को लेकर कोई अनुरोध नहीं मिला है। इस मसले पर प्रशासनिक अधिकारी और छात्रों के बीच बातचीत भी चल रही हैं।
नजीब स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी का छात्र है। उसके लापता होने से एक रात पहले कैंपस में झगड़ा हुआ था। नजीब के परिजनों से मिली शिकायत के बाद वसंत कुंज उत्तर थाना में अपहरण और गलत तरीके से कैद कर रखने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई।
HIGHLIGHTS
- छात्र नजीब के लापता होने को लेकर छात्रों का बुधवार शाम से हंगामा
- गृह मंत्री ने मामले को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की
- छात्रों का आरोप, नजीब को ढूंढने में JNU प्रशासन, पुलिस लापरवाही बरत रही