तमिलनाडु में जारी राजनीतिक संकट हर दिन नया मोड़ लेता जा रहा है। शशिकला के वफादार नेता ई पलानीसामी ने राज्यपाल के पास विधायकों के समर्थन की सूची सौंपी है। सूची मिलने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्यपाल पलानीसामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
इस संबंध में कोई भी कदम उठाने से पहले राज्यपाल कानूनी सलाह ले सकते हैं। क्योंकि दोनों पक्ष बहुमत का दावा कर रहे हैं। हालांकि पन्नीरसेल्वम ने विधायकों के समर्थन का कोई भी पत्र नहीं सौंपा है।
इससे पहले मंगलवार को जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने पन्नीरसेल्वम का समर्थन कर राजनीतिक पारा को और बढ़ा दिया था। इस लिहाज से आज का दिन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संभावनाएं जताई जा रही है कि शशिकला खेमें के और भी विधायक पन्नीरसेल्वम खेमें में शामिल हो सकते हैं।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट से चार साल की सजा मिलने के बाद शशिकला ने पलानीसामी को विधायक दल का नेता चुना जिसके बाद वे राज्यपाल के पास विधायकों के समर्थन की सूची लेकर पहुंचे और राज्य में सरकार बनाने का दावा किया।
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पलानीसामी के इस दावे के बाद एआईएडीएम के में टूट के आसार बढ़ गए हैं। क्योंकि पन्नीरसेल्वम के खेमें में कई विधायक और सासंद शामिल हो चुके हैं।
शशिकला के चार साल की जेल की सजा के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के कुछ और विधायक टूटकर पन्नीरसेल्वम के खेमे में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले पन्नीरसेल्वम ने आरोप लगाया था कि शशिकला ने पार्टी के करीब 130 विधायकों को अपने कब्जे में कर रखा है। वहीं शशिकला ने इस आरोप को खारिज किया था।
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सुप्रीम कोर्ट ने एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला को 19 साल पहले की आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी करार देते हुए उन्हें 4 साल कैद की सजा सुनाई। कोर्ट के इस फैसले के साथ ही शशिकला का तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया है।
Source : Abhiranjan Kumar