जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार श्रीनगर में पहुंचे. जहां उन्होंने बख्शी स्टेडियम में 'विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम में भाग सिया. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में कृषि-अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए ₹5,000 करोड़ के 'समग्र कृषि विकास कार्यक्रम' को समर्पित किया. साथ ही साथ प्रधानमंत्री द्वारा पर्यटन क्षेत्र में ₹1,400 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं भी शुरू की, जिसमें श्रीनगर में 'हज़रतबल तीर्थ का एकीकृत विकास' भी शामिल है.
मोदी ₹6,400 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का अनावरण करने और एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करने के लिए श्रीनगर पहुंचे. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह मोदी की कश्मीर घाटी की पहली यात्रा है.
मोदी ने श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में "विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर" कार्यक्रम में भाग लिया जहां उन्होंने कृषि और पर्यटन से संबंधित कई परियोजनाओं की घोषणा की.
मोदी ने स्टेडियम में 'विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम में ₹6,400 करोड़ से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का अनावरण किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लगभग 1,000 नए भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए और महिलाओं, किसानों और उद्यमियों सहित विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की.
गौरतलब है कि, तिरंगे रंग की पगड़ी पहने सैकड़ों भाजपा समर्थक भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जबकि सुरक्षाकर्मियों को भीड़ को संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. अधिकारियों ने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है लेकिन लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
अधिकारियों ने बताया कि पूरी कश्मीर घाटी में जनजीवन सामान्य है और यहां अधिकांश दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले हैं. सुरक्षा तंत्र ने बादामीबाग छावनी से बख्शी स्टेडियम तक सड़क को सुरक्षित कर दिया है. मोदी जिस रास्ते से गुजरेंगे, वहां तिरंगे, भाजपा के झंडे और मोदी के स्वागत वाले होर्डिंग लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि घटना-मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
प्रधान मंत्री ने 43 परियोजनाएं भी शुरू कीं जो देश भर में तीर्थयात्रा और पर्यटक स्थलों की एक विस्तृत श्रृंखला विकसित करेंगी. उन्होंने 'देखो अपना देश पीपल्स चॉइस 2024' के रूप में पर्यटन पर राष्ट्र की नब्ज पहचानने की पहली देशव्यापी पहल भी शुरू की.